जबलपुर, 19 मार्च (भाषा) केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में रेल और सड़क के बुनियादी ढांचे में तेजी से विकास होने से सकारात्मक सामाजिक-आर्थिक बदलाव आए हैं जिसमें पर्यटकों की संख्या में हुई वृद्धि भी शामिल है।
हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह विस्थापित कश्मीरी पंडितों का दर्द समझते हैं क्योंकि वह पहले उनके कुछ शिविरों का दौरा कर चुके हैं।
पटेल ने यहां होली मिलन कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘कश्मीर में रेल और सड़क के बुनियादी ढांचे का विस्तार किया गया है और उसे मजबूत बनाया गया है। देश के विभिन्न हिस्सों से रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक कश्मीर पहुंचे हैं।’’
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में नल जल योजना पर तेजी से काम हो रहा है, वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकानों का निर्माण भी तेज गति से किया जा रहा है।
‘द कश्मीर फाइल्स’ पर पटेल ने कहा, ‘‘मुझे विस्थापित कश्मीरियों के शिविरों में जाने का अवसर मिला है। विस्थापित कश्मीरियों का दर्द मैं समझता हूं। मैंने विस्थापित कश्मीरियों का समर्थन करने के लिए विभिन्न आंदोलनों में भाग लिया था।’’
उन्होंने कहा कि अब यदि कोई विस्थापित कश्मीरी पंडित कश्मीर में अपनी संपत्ति का कब्जा वापस लेने के लिए केंद्र सरकार को ईमेल भेजता है तो वहां के अधिकारी उसकी जमीन को कम से कम समय में खाली करवा कर उसपर व्यक्ति (मालिक) का कब्जा सुनिश्चित करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह बदलाव अब जम्मू-कश्मीर में देखने को मिल रहा है।
भाषा सं दिमो अर्पणा
अर्पणा
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