नयी दिल्ली, 23 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को लोकसकभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर उनकी हालिया टिप्पणियों को लेकर निशाना साधा और कहा कि उन्हें अपने ‘‘गैर-जिम्मेदाराना बयानों’’ से भारतीय सशस्त्र बलों के पराक्रम को कम करके आंकना और देश की सुरक्षा को खतरे में डालना बंद करना चाहिए।
गांधी को ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ करार देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष पर कांग्रेस नेता की टिप्पणियों का इस्तेमाल इस्लामाबाद द्वारा भारत को ‘‘बदनाम करने’’ के लिए किया जा रहा है।
भाटिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘राहुल गांधी, आप तय करें कि आप किस तरफ हैं। आपको तय करना होगा कि आप भारत के विपक्ष के नेता हैं या पाकिस्तान के निशान-ए-पाकिस्तान हैं।’’
राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भारत के सम्मान से समझौता करने का आरोप लगाया था।
भाटिया ने कांग्रेस नेता से कहा, ‘‘राहुल गांधी, हमारे बहादुर सशस्त्र बलों की वीरता और प्रतिबद्धता को कम करके आंकना बंद करें, ऐसे सवाल पूछना बंद करें जो नहीं पूछे जाने चाहिए। वह राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालते हैं।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ”जानबूझकर ऐसे सवाल पूछना, हमारे देश के लिए शत्रुतापूर्ण देशों के एजेंडे को आगे बढ़ाना राहुल गांधी का मूल चरित्र रहा है।”
भाटिया ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी की टिप्पणियों को किसी बालक के व्यवहार के रूप में खारिज नहीं किया जा सकता।
भाजपा प्रवक्ता ने गांधी की इस टिप्पणी को लेकर भी निशाना साधा कि भारत की विदेश नीति ध्वस्त हो गई है।
भाटिया ने सवाल किया कि क्या वर्ष 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद मिस्र के शर्म अल शेख में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनके पाकिस्तानी समकक्ष सैयद यूसुफ रजा का संयुक्त बयान कांग्रेस की ही कूटनीति थी कि उसमें इसका उल्लेख किया गया कि पाकिस्तान भी आतंकवाद से प्रभावित है।
शर्म अल शेख के संयुक्त बयान को कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार का ‘‘गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार’’ करार देते हुए भाटिया ने कहा कि यह भारत की ‘‘स्थापित नीति’’ के खिलाफ था। उन्होंने राहुल गांधी से पूछा कि क्या नेता प्रतिपक्ष इसे भूल गए हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया, ‘‘राहुल गांधी को अपनी नजर में लगता है कि वह दुनिया के अब तक के सबसे अच्छे राजनयिक हैं। लेकिन भारतीय नागरिकों की नजर में वह ‘डिप्लोमैसी’ (कूटनीति) का ‘डी’ भी नहीं जानते हैं। वह हमारे देश के दुश्मन की तरह काम कर रहे हैं।’’
भाटिया ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर ‘‘गैर-जिम्मेदाराना और अपरिपक्व बयान’’ देने के लिए गांधी और कांग्रेस की आलोचना की और उन्हें ‘‘सच्चाई से बहुत दूर’’ बताया।
उनका कहना था कि इस तरह का बयान राहुल गांधी का चरित्र बन गया है।
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