नई दिल्ली: राज्य के अपने दो दिवसीय दौरे पर आए कांग्रेस नेता राहुल गांधी राज्य में हिंसा से प्रभावित लोगों से मिलने के लिए शुक्रवार को मोइरांग पहुंचे. वह इंफाल में समान विचारधारा वाले 10 पार्टी नेताओं और नागरिक समाज संगठन के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे.
मणिपुर कांग्रेस के अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र ने बताया कि इंफाल लौटने के बाद कांग्रेस नेता समान विचारधारा वाले 10 पार्टी नेताओं और यूनाइटेड नागा काउंसिल (यूएनसी) के नेताओं और नागरिक समाज संगठन के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे.
मेघचंद्र ने कहा, “राहुल गांधी सभी प्रभावित परिवारों से मिलेंगे और मोइरांग में राहत शिविरों का दौरा करेंगे. उसके बाद, वह इंफाल वापस आएंगे. इंफाल होटल में वह नागरिक समाज संगठन के नेताओं, यूनाइटेड नागा काउंसिल के नेताओं, 10 समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों और महिला नेता. वह यहां केवल शांति के लिए हैं,ॉ.”
इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस नेता ने राज्य के अपने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन मणिपुर के चुराचांदपुर में हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की, जहां जातीय हिंसा देखी गई है.
राहुल गांधी ने पहले एक ट्वीट में कहा था कि मणिपुर को उपचार की जरूरत है और शांति ही एकमात्र प्राथमिकता होनी चाहिए.
उन्होंने कहा, “मैं मणिपुर के अपने सभी भाइयों और बहनों को सुनने आया हूं. सभी समुदायों के लोग बहुत स्वागत करते हैं और प्यार करते हैं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार मुझे रोक रही है. मणिपुर को उपचार की जरूरत है. शांति हमारी एकमात्र प्राथमिकता होनी चाहिए.”
गुरुवार को इंफाल पहुंचे राहुल गांधी स्थानीय पुलिस द्वारा उनके काफिले को चुराचांदपुर जाने से रोकने के बाद राज्य की राजधानी लौट आए. पुलिस ने कहा कि ऐसा ‘सुरक्षा’ कारणों से किया गया है और कांग्रेस नेता हवाई मार्ग से जा सकते हैं.
कांग्रेस नेता के काफिले को बिष्णुपुर के पास एक चेकपोस्ट पर रोका गया, जो इंफाल से लगभग 20 किलोमीटर दूर है.
यह भी पढ़ें-‘BJP संगठन में बदलाव, कैबिनेट में फेरबदल की संभावना’, शीर्ष नेताओं की लगातार बैठकों का कारण क्या है?