दरभंगा/पटना, 14 मई (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 15 मई को उत्तर बिहार के दरभंगा जिले में छात्रों से बातचीत करने की अनुमति दे दी गई है। लेकिन उन्हें यह अनुमति आयोजकों द्वारा चुने गए स्थान के अलावा किसी अन्य स्थान के लिए दी गयी है। जिला प्रशासन ने बुधवार रात यह जानकारी दी।
जिला जनसंपर्क कार्यालय के एक बयान के अनुसार, टाउन हॉल में विपक्ष के नेता के कार्यक्रम के लिए ‘आयोजकों को अनुमति दी गई है।’’
यह घटनाक्रम पटना में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक अभय दुबे द्वारा आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के तुरंत बाद हुआ, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि आंबेडकर छात्रावास में छात्रों के साथ गांधी की बातचीत के लिए अनुमति राज्य की सत्तारूढ़ जद (यू)-भाजपा गठबंधन के इशारे पर नहीं दी गई।
दुबे ने कहा, ‘दरभंगा के जिला कल्याण अधिकारी ने हमें पत्र लिखकर सूचित किया है कि वह 15 मई को कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं देंगे। कोई कारण नहीं बताया गया है। ऐसा लगता है कि यह राज्य की सत्तारूढ़ जद(यू)-भाजपा गठबंधन के इशारे पर उठाया गया दमनकारी कदम है।’
राहुल के राज्यव्यापी जनसंपर्क कार्यक्रम ‘शिक्षा न्याय संवाद’ के तहत उनका दलित छात्रों से बातचीत करने का कार्यक्रम था।
दुबे ने यह भी कहा, ‘हमने दरभंगा प्रशासन से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। हमें उम्मीद है कि सद्बुद्धि आएगी। गांधी के कार्यक्रम का उद्देश्य जन जागरूकता पैदा करना था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनके प्रयासों को राजनीति के चश्मे से देखा जा रहा है। जो भी हो, वह सामाजिक न्याय के मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प हैं, जिसका शिक्षा एक महत्वपूर्ण घटक है।’
इससे पहले, एआईसीसी के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने संवाददाताओं को बताया था कि दरभंगा में कार्यक्रम में हिस्सा लेने के अलावा राहुल पटना के एक सिनेमा घर में दलित नेता ज्योतिराव फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित फिल्म ‘फुले’ भी देखेंगे।
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश
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