नयी दिल्ली, आठ मार्च (भाषा) कड़कड़डूमा अदालत में आग लगने की घटना के कुछ दिनों बाद दिल्ली दमकल सेवा ने मंगलवार को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को अग्निशमन उपकरणों को ‘‘सुधारने और दुरुस्त करने’’ तथा अदालत परिसर में एक आग से बचाव के लिए एक ‘‘पुख्ता सुरक्षा प्रणाली’’ विकसित करने का निर्देश दिया।
इस साल छह फरवरी को तड़के तीन बजकर 25 मिनट पर कड़कड़डूमा अदालत में आग लगने की घटना के बाद यह निर्देश सामने आया है। पुरानी इमारत में अदालत संख्या 52 में दमकलकर्मियों के प्रयासों के बाद आग बुझाई गई और घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ।
हालांकि, आग की इस घटना ने अधिकारियों में चिंता पैदा कर दी। उन्होंने कहा कि अदालत परिसर एक बहुत ही महत्वपूर्ण इमारत है जहां हर दिन हजारों लोग आते हैं। दमकल विभाग ने कहा कि उसने इस बात पर जोर दिया है कि कड़कड़डूमा परिसर में अग्निशमन उपकरणों को बनाए रखने के लिए एक ‘‘पुख्ता सुरक्षा’’ प्रणाली विकसित की जानी चाहिए।
उत्तरी दिल्ली अधिवक्ता संघ के महासचिव विनीत जिंदल से अदालत परिसर में अग्नि सुरक्षा प्रणाली की स्थिति के बारे में जानने के लिए संपर्क किया गया। उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया कि राउज एवेन्यू कोर्ट को छोड़कर दिल्ली में अन्य जिला अदालतों में एक ही समस्या का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने दावा किया कि या तो अग्नि सुरक्षा उपकरण काम नहीं कर रहे हैं या उनकी मरम्मत नहीं की गई है। अग्निशमन विभाग ने सार्वजनिक और व्यावसायिक दोनों स्थानों पर अग्नि सुरक्षा उपकरणों के बारे में निर्देश जारी किए हैं और इसका पालन किया जाना चाहिए।
भाषा सुरभि रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.