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Saturday, 15 November, 2025
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पंजाब की महिला पाकिस्तान से वापस नहीं लौटी, पुलिस जांच जारी

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चंडीगढ़, 15 नवंबर (भाषा) पंजाब पुलिस ने शनिवार को कहा कि 48 वर्षीय एक सिख तीर्थयात्री के लापता होने की जांच की जा रही है, जो पाकिस्तान गयी थी, लेकिन वापस नहीं लौटी।

सरबजीत कौर उस ‘जत्थे’ (समूह) में शामिल थीं, जो गुरु नानक देव की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित समारोहों में शामिल होने के लिए पाकिस्तान गया था।

इस बीच, सोशल मीडिया पर एक कथित ‘निकाहनामा’ सामने आया है, जिसमें दावा किया गया है कि महिला ने इस्लाम धर्म अपना लिया है और एक पाकिस्तानी व्यक्ति से विवाह कर लिया है।

सरबजीत कौर उन 1,900 से अधिक सिख श्रद्धालुओं के जत्थे का हिस्सा थीं, जो 4 नवंबर को अटारी-वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान गया था।

यह जत्था गुरुद्वारा ननकाना साहिब और अन्य सिख तीर्थ स्थलों पर आयोजित प्रकाश पर्व समारोह में भाग लेने के लिए गया था।

हालांकि, जत्था बृहस्पतिवार रात भारत लौट आया, लेकिन कपूरथला जिले के अमनीपुर गांव की रहने वाली सरबजीत कौर वापस नहीं आईं।

कपूरथला के सहायक पुलिस अधीक्षक धीरेंद्र वर्मा ने कहा कि उसके लापता होने की जांच की जा रही है।

उन्होंने कहा कि उसके धर्म परिवर्तन को लेकर पुलिस को कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है।

पुलिस के अन्य अधिकारी ने पहले बताया था कि सरबजीत कौर के खिलाफ ठगी और धोखाधड़ी के तीन मामले दर्ज हैं, जिनमें से दो कपूरथला सिटी थाने में और एक बठिंडा के कोट फत्ता थाना में मामला दर्ज है।

अधिकारी ने कहा कि “हालांकि, इन मामलों में अदालतों में चल रही कार्यवाही लगभग पूरी हो चुकी है।”

सरबजीत कौर के पति कई वर्षों से विदेश में रह रहे हैं। उनके दो बेटे हैं।

पुलिस के अनुसार, उसके पास जनवरी 2024 में जालंधर स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय द्वारा जारी किया गया पासपोर्ट था।

एक अन्य घटनाक्रम में, सोशल मीडिया पर एक कथित ‘निकाहनामा’ सामने आया है, जिसके अनुसार कौर ने इस्लाम धर्म अपना लिया और पाकिस्तान के नई आबादी शेखुपुरा निवासी नासिर हुसैन से विवाह किया।

‘निकाहनामा’ की प्रामाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है।

इस बीच, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि उन्होंने सिर्फ तीर्थयात्रियों की सूची आगे भेजी थी और पृष्ठभूमि जांच करना सरकार का काम है।

तीर्थयात्री समूह की अगुवाई अकाल तख्त के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गडगज कर रहे थे।

जत्था ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत स्थित गुरुद्वारा जन्म स्थान, ननकाना साहिब, गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब, करतारपुर साहिब तथा अन्य ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन किए।

केन्द्र ने शुरू में पड़ोसी देश की सुरक्षा स्थिति का हवाला देते हुए प्रकाश पर्व के लिए सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया था।

बाद में केन्द्र सरकार ने ‘जत्थे’ को पाकिस्तान जाने की अनुमति दे दी।

भाषा

राखी दिलीप

दिलीप

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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