चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी की भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार ने 184 पूर्व मंत्रियों, विधायकों और निजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को दी गई सुरक्षा वापस ले ली.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सुरक्षा ने 20 अप्रैल को लिखे एक पत्र में कहा, ‘मौजूदा खतरे के आकलन के आधार पर सुरक्षा समीक्षा के परिणामस्वरूप, सक्षम प्राधिकारी ने … पूर्व मंत्रियों, पूर्व विधायकों और निजी सुरक्षा प्राप्त लोगों से सुरक्षा वापस लेने को मंजूरी दी है.’
अपनी सुरक्षा गंवाने वाले 184 वीआईपी में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, गुरदर्शन बराड़, आईपीएस गुरदर्शन सिंह और उदयबीर सिंह (पूर्व कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के बेटे) के परिवार शामिल हैं.
साथ ही पूर्व कैबिनेट मंत्रियों सुरजीत सिंह रखड़ा और बीबी जागीर कौर, तोता सिंह (शिरोमणि अकाली दल मोगा), कांग्रेस के पूर्व सांसद वरिंदर सिंह बाजवा, संतोष चौधरी और कांग्रेस के पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा की सुरक्षा भी वापस ले ली गई है.
राजेश बग्गा (भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष), माही गिल (भाजपा के स्टार प्रचारक), और हरिंदर सिंह कोहली (जिला अध्यक्ष भाजपा) ने भी तैनात सुरक्षाकर्मियों को गंवाया है.
सर्वोच्च न्यायालय या उच्च न्यायालय के विशिष्ट आदेश पर तैनात कर्मियों को वापस नहीं लिया जाएगा.
इससे पहले 12 मार्च को 122 संसद सदस्यों (सांसदों) और विधान सभा सदस्यों (विधायकों) की सुरक्षा छीन ली गई थी.
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