चंडीगढ़, 18 अप्रैल (भाषा) पंजाब सरकार ने कट्टरपंथी उपदेशक और खडूर साहिब के सांसद अमृतपाल सिंह की राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत हिरासत अवधि एक साल के लिए बढ़ाने का फैसला किया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सिंह (32) वर्तमान में असम के डिब्रूगढ़ की जेल में बंद है और 23 अप्रैल, 2023 को उसकी गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत हिरासत में लिया गया था।
इससे पहले, राज्य सरकार ने सिंह के नौ सहयोगियों की हिरासत अवधि नहीं बढ़ाई थी, जिन्हें डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब वापस लाया गया है।
पंजाब के अजनाला पुलिस थाने पर 2023 में किये गये हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए अमृतपाल के नौ साथियों को रासुका के तहत हिरासत समाप्त होने के बाद अलग-अलग पंजाब वापस लाया गया था।
इन अरोपियों में बसंत सिंह, भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके, गुरमीत सिंह गिल उर्फ गुरमीत बुक्कनवाला, सरबजीत सिंह कलसी उर्फ दलजीत सिंह कलसी, गुरिंदरपाल सिंह औजला उर्फ गुरी औजला, हरजीत सिंह उर्फ चाचा, कुलवंत सिंह धालीवाल उर्फ कुलवंत सिंह, वरिंदर जोहल एवं पप्पलप्रीत सिंह के रूप में हुई है।
संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने तरनतारन जिले के खडूर साहिब से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 2024 का लोकसभा चुनाव सफलतापूर्वक लड़ा था।
मारे गए खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले के नाम से खुद को पेश करने वाले इस कट्टरपंथी उपदेशक को एक महीने से अधिक समय तक तलाशी के बाद 23 अप्रैल, 2023 को मोगा जिले के रोडे गांव से गिरफ्तार किया गया था।
खालिस्तान का यह समर्थक 18 मार्च, 2023 को जालंधर जिले में अपना हुलिया बदलकर पुलिस के जाल से बच निकला था।
भाषा रंजन माधव
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