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Wednesday, 1 May, 2024
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नौकरी-कैश के वादे से मुकरी पंजाब सरकार तो आहत हुईं दिव्यांग चेस वर्ल्ड चैंपियन, भज्जी आए समर्थन में

मलिका हांडा ने कहा कि वह काफी आहत महसूस कर रही हैं. उन्होंने पंजाब के खेल मंत्री परगट सिंह पर आरोप लगाया है कि 31 दिसंबर को वह उनसे मिली थीं लेकिन उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार न तो उन्हें नौकरी ही दे सकती है और न ही कैश दे सकती है

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नई दिल्लीः सात बार की राष्ट्रीय बधिर शतरंज चैंपियन पंजाब की मलिका हांडा ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया है कि उन्हें नौकरी और कैश देने के वादे के बावजूद सरकार अब इस पर ध्यान नहीं दे रही है.

मलिका हांडा ने कहा कि वह काफी आहत महसूस कर रही हैं. उन्होंने पंजाब के खेल मंत्री परगट सिंह पर आरोप लगाया है कि 31 दिसंबर को वह उनसे मिली थीं लेकिन उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार न तो उन्हें नौकरी ही दे सकती है और न ही कैश दे सकती है, क्योंकि उनके पास बधिरों के खेल के लिए कोई नीति नहीं है. मलिका हांडा ने राष्ट्रीय स्तर और विश्व स्तर पर कई अवॉर्ड जीता है.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘खेल मंत्री ने खुद ही मेरे लिए कैश अवॉर्ड की घोषणा की थी, मेरे पास इन्विटेशन लेटर भी है लेकिन उसे कोविड की वजह से कैंसिल कर दिया गया था.जब मैंने मौजूदा खेल मंत्री को ये बात बताई तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ये पहले के मंत्री ने घोषणा की थी मैंने नहीं इसलिए सरकार इसमें कुछ नहीं कर सकती.

आगे उन्होंने कहा, ‘कि आखिर क्यों सरकार ने इस तरह की घोषणा की थी. कांग्रेस सरकार की वजह से मेरे पांच साल खराब हुए. आखिर पंजाब सरकार ऐसा क्यों कर रही है.’

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हरभजन सिंह आए समर्थन में

पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने इस पूरे मामले में मलिका हांडा का समर्थन किया है. उन्होंने ट्वीट किया कि पहली बात तो ये कि आखिर बधिर लोगों के लिए सरकार के पास कोई प्रोविजन क्यों नहीं है. बधिर होने से किसी का टैलेंट खत्म नहीं हो जाता. दूसरी बात उनसे जो भी वादा किया गया था वह उन्हें मिलना चाहिए.

इस मामले में दिप्रिंट ने फोन, मैसेज और ईमेल के जरिए पंजाब के खेल मंत्री परगट सिंह और पंजाब के खेल निदेशक परमिंदर पाल सिंह से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन खबर लिखने तक उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया था. जवाब आते ही खबर अपडेट की जाएगी.

खेल निदेशक से भी कर चुकी हैं अपील

ऐसा नहीं है कि वह पहली बार खेल मंत्री के पास जाकर नौकरी और कैश दिए जाने की अपील कर रही हैं. इससे पहल साल 2021 के सितंबर महीने में वह खेल निदेशक के ऑफिस गई थीं और नौकरी व जॉब दिए जाने की मांग की थी. लेकिन वहां से भी अच्छी प्रतिक्रिया न मिलने पर वह टूट गई थीं.

हरियाणा में भी हो चुका है ऐसा

यह पहली बार नहीं है कि इस तरह की घटना हो रही है इससे पहले साल 2019 में हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज और जानी मानी शूटर मनु भाकर के बीच कैश रिवॉर्ड को लेकर ट्विटर पर वार छिड़ गई थी. उन्होंने भी 2 करोड़ कैश दिए जाने की मांग की थी. बाद में खेल मंत्री ने 2 करोड़ देने की घोषणा की थी.


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