चंडीगढ़, तीन मई (भाषा)पंजाब सरकार शनिवार को भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) की बैठक में शामिल नहीं हुई। एक दिन पहले ही केंद्र ने पंजाब सरकार को हरियाणा के लिए अतिरिक्त पानी छोड़ने की सलाह दी थी।
बीबीएमबी भाखड़ा, पोंग और रंजीत सागर बांधों से जल वितरण को नियंत्रित करता है। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान साझेदार राज्य हैं, जो सिंचाई सहित विभिन्न उद्देश्यों के लिए अपनी आवश्यकताओं को भाखड़ा और पोंग बांधों से पूरा करते हैं।
पंजाब के साथ जल बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद के बीच बोर्ड ने हरियाणा को अतिरिक्त पानी छोड़ने की रूपरेखा तय करने के लिए शनिवार शाम को बैठक बुलाई थी।
पंजाब सरकार ने बैठक से पहले बीबीएमबी को पत्र लिखकर इसे स्थगित करने की मांग की।
पंजाब के जल संसाधन विभाग द्वारा बीबीएमबी अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा गया है कि पांच मई को राज्य विधानसभा का सत्र आहूत किया जाएगा, इसलिए इसके लिए आवश्यक तैयारी करनी है।
हरियाणा के साथ जल बंटवारे को लेकर विवाद के बीच पंजाब सरकार ने पांच मई को राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है।
राज्य सरकार ने यह भी रेखांकित किया बीबीएमबी के नियमों के अनुसार विशेष बैठक आयोजित करने के लिए कम से कम सात दिन का नोटिस देना आवश्यक है।
केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने शुक्रवार को दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी और हरियाणा की तत्काल जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अगले आठ दिनों के लिए भाखड़ा बांध से 4,500 क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ने के बीबीएमबी के निर्णय को लागू करने की सलाह दी थी।
भाषा धीरज दिलीप
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