चंडीगढ़, 22 मार्च (भाषा) किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) ने शनिवार को कहा कि उसने राज्य पुलिस द्वारा शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं से किसानों को हटाए जाने के विरोध में पंजाब के गांवों में मुख्यंमत्री भगवंत मान के पुतले जलाए हैं।
इस बीच, कुछ किसान नेताओं ने पटियाला जेल में बंद सरवन सिंह पंधेर सहित अपने अन्य साथियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि पटियाला जेल में करीब 125 प्रदर्शनकारी, नाभा जेल में 150 और संगरूर जेल में 40 प्रदर्शनकारी बंद हैं।
किसान नेता गुरमनीत सिंह मंगत ने कहा, ‘‘हमने पटियाला जेल में महिलाओं सहित किसान नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि वे बहुत उत्साहित हैं और लड़ाई जारी है।’’
बुधवार को पंजाब पुलिस ने कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया, जिनमें पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल शामिल थे। वे चंडीगढ़ में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक से लौट रहे थे।
इस बीच, केएमएससी नेता सुखविंदर सिंह ने किसान नेताओं को हिरासत में लेने और शंभू और खनौरी से प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की आलोचना की। उन्होंने मांग की है कि हिरासत में लिए गए किसानों को रिहा किया जाए।
सिंह ने यह भी दावा किया कि पुलिस कार्रवाई के बाद पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर किसानों का काफी सामान गायब हो गया है।
सिंह ने कहा कि शनिवार को विभिन्न गांवों में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के पुतले जलाए गए और यह अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम अपना आंदोलन तेज करेंगे।’’
भाषा शफीक पवनेश
पवनेश
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