चंडीगढ़, 19 फरवरी (भाषा) पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एस करुणा राजू ने मतदान की पूर्व संध्या पर शनिवार को कहा कि बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने और फिर उन्हें उनके घर पहुंचाने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
राजू ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य मशीनरी शांतिपूर्ण, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए दिन-रात काम कर रही है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा के लिए मतदान सुबह आठ बजे से शुरू होकर शाम छह बजे तक होगा।
पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे। इसी दिन उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा विधानसभा चुनाव के भी नतीजे घोषित होंगे।
एक सवाल के जवाब में राजू ने कहा कि लाने-पहुंचाने (पिकअप एंड ड्रॉप) की सुविधा वरिष्ठ नागरिकों, बुजुर्गों और दिव्यांगों को प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में हर विधानसभा क्षेत्र में व्यवस्था की गई है।
राजू ने कहा, ‘‘इसके लिए बैटरी वाले वाहन, ऑटोरिक्शा और मिनीवैन का इस्तेमाल किया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा कि पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को फूल भेंट किया जाएगा। राजू ने मतदाताओं से कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि मतदान केंद्र पर मास्क, दस्ताने और सेनेटाइजर प्रदान किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा कोविड से संबंधित अपशिष्ट सामग्री के लिए कूड़ेदान और रंगीन बैग लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी चुनाव कर्मियों को नाश्ता और खाना मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने साफ किया कि मतदान के लिए टीककरण प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है, केवल मतदाता पहचान पत्र मतदान करने के लिए काफी है।
सीईओ ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय सशस्त्र बलों की 700 कंपनी तैनात हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा राज्य पुलिस के कर्मी भी तैनात हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ रहे 1304 उम्मीदवारों में से 93 महिला, दो ट्रांसजेंडर हैं जबकि 461 निर्दलीय प्रत्याशी हैं। उन्होंने बताया कि रविवार के चुनाव के लिए कुल ढाई लाख कर्मी तैनात किए गए हैं और चुनाव खर्च 340 करोड़ रुपये रखा गया है।
भाषा संतोष अमित
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