पुणे, 30 मई (भाषा) महाराष्ट्र के पुणे में कथित तौर पर दहेज उत्पीड़न के कारण आत्महत्या करने वाली महिला वैष्णवी हगवणे के बेटे की अभिरक्षा लेने पिंचरी-चिंचवाड़ में स्थित उसके घर गए माता-पिता और अन्य लोगों को पिस्तौल दिखाकर धमकाने के आरोपी व्यक्ति को नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
वैष्णवी हगवणे (26) ने 16 मई को पुणे के बावधन इलाके में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। वैष्णवी के परिजनों ने आरोप लगाया था कि उसके ससुराल वालों और अन्य लोगों ने दहेज के लिए उसे प्रताड़ित किया था।
मामला राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आने के बाद वैष्णवी के ससुर राजेंद्र हगवणे को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने निष्कासित कर दिया था।
दहेज प्रताड़ना-आत्महत्या मामले में वैष्णवी के ससुर राजेंद्र हगवणे, पति शशांक हगवणे, सास लता, ननद करिश्मा और देवर सुशील को गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि वैष्णवी की मौत के बाद उसका नौ महीने का बेटा हगवणे परिवार के करीबी नीलेश चव्हाण के पास था।
अधिकारी ने बताया, ‘जब वैष्णवी के माता-पिता और अन्य लोग बच्चे को अपने संरक्षण में लेने के लिए उसके घर गए, तो उसने उन्हें पिस्तौल दिखाकर धमकाया। पिस्तौल दिखाने के आरोप में उस समय उसके खिलाफ वारजे थाने में मामला दर्ज किया गया था। बच्चे की उचित देखभाल नहीं करने के आरोप में उसके खिलाफ बावधान पुलिस थाने में किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था।’
पुलिस उपायुक्त (अपराध) विशाल हीरे ने बताया, ‘वह तभी से फरार था। हमने चव्हाण को नेपाल सीमा से पकड़ लिया है। वह भागने की योजना बना रहा था। उसे वापस पुणे लाया जा रहा है।’
डीसीपी संदीप डोईफोडे ने बताया कि चव्हाण को पुणे पहुंचने पर बावधन थाने में दर्ज मामले में गिरफ्तार किया जाएगा।
भाषा जोहेब पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.