देहरादून: ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के बाहर शनिवार को बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई, ये लोग 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की कथित हत्या के मामले पर विरोध जताने के लिए जुटे थे.
प्रदर्शनकारियों ने अभियुक्त के खिलाफ नारे लगाए और उसे फांसी की सजा देने की मांग की. साथ ही, आरोप भी लगाया कि राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस मामलों को ‘रफा-दफा करने’ की कोशिश कर रही है क्योंकि मुख्य अभियुक्त पुलकित आर्य हरिद्वार के भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा है.
आक्रोशित लोगों ने अंकिता के माता-पिता से मिलने अस्पताल पहुंची स्थानीय विधायक रेनु बिष्ट के वाहन पर हमला भी कर दिया. भीड़ ने कार की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए, जबकि कुछ लोगों ने मांग की कि उन्हें अंकिता भंडारी के माता-पिता से मिलने दिया जाए.
अंकिता भंडारी 18 सितंबर को चीला बैराज क्षेत्र से लापता हो गई थी और उसका शव लापता होने के करीब एक हफ्ते बाद शनिवार को ऋषिकेश की एक नहर से बरामद किया गया. किशोरी के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए एम्स, ऋषिकेश ले जाया गया था.
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पौढ़ी जिला अधिकारियों ने यह आदेश भी दिया है कि पोस्टमॉर्टम ऑन-कैमरा कराया जाए.
पुलिस ने उस वनतारा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य को पहले ही हिरासत में ले लिया है, जहां भंडारी एक रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी. भाजपा नेता के बेटे को रिज़ॉर्ट के प्रबंधक सौरव भास्कर और उनके सहायक अंकित गुप्ता के साथ 14 दिन की न्यायिक रिमांड में भेज दिया गया है.
इससे पहले दिन में, जब तीनों अभियुक्तों को अदालत में पेशी के बाद हिरासत में ले जाया जा रहा था, कई नाराज महिलाओं को उन पर हमला कर दिया.
आक्रोशित भीड़ ने राज्य में एक गूज़बेरी प्रॉसेसिंग यूनिट पर भी हमला किया और उसे आग लगा दी. मसूरी में प्रदर्शनकारियों ने फास्टट्रैक केस चलाने की मांग भी की.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंकिता भंडारी की मौत की गहन जांच के आदेश दिए हैं.
धामी ने शनिवार को एक ट्वीट जारी कर कहा, ‘अंकिता हत्याकांड की गहन शुरुआती जांच के लिए डीआईजी पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की गई है और अपराधियों को कठोर सजा सुनिश्चित की जाएगी. अभियुक्तों के अवैध रूप से निर्मित रिसॉर्ट को कल रात ही बुलडोजर से ढहा दिया गया.’
उधऱ, भाजपा ने अपना चेहरा बचाने के लिए शनिवार को पुलकित आर्य, उनके पिता विनोद आर्य और भाई अंकित आर्य को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया. इससे पहले, सीएम ने अंकित को उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष के पद से भी हटा दिया था.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दिप्रिंट को बताया कि पुलिस को अभियुक्तों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं. उन्होंने कहा, ‘हमने अंकिता के मैसेज देखे हैं कि कैसे मुख्य अभियुक्त पुलकित आर्य की तरफ से उसे बतौर रिसेप्शनिस्ट अपना काम करने के अलावा भी कुछ ‘अतिरिक्त सेवाएं’ देने के लिए बाध्य करने की कोशिश की जा रही थी.’
जिला मजिस्ट्रेट की तरफ से नहर का पानी सुखाने का आदेश दिए जाने के बाद लड़की का शव बैराज की दीवार के पास मिला था.
पौड़ी के श्रीकोट गांव की रहने वाली इस लड़की की पहचान शनिवार सुबह उसके पिता और भाई ने की थी.
‘इकबालिया बयान’, ‘शराब पीने के बाद विवाद’
अंकिता एक दिन की ऋषिकेश ट्रिप के बाद तीनों आरोपियों के साथ रिज़ॉर्ट लौटने के दौरान लापता हो गई थी.
एसएसपी चौहान ने बताया, ‘अंकिता ऋषिकेश की एक दिन की ट्रिप पर जाने को तैयार नहीं थी. लेकिन पुलकित और अन्य दोनों आरोपी उसे मनाने में कामयाब रहे. वे दो मोटरसाइकिलों पर ऋषिकेश पहुंचे, दिन यहां पर बिताया और शाम को लौटने लगे.’
पुलिस के मुताबिक आर्य ने अपने ‘इकबालिया बयान’ में बताया है कि तीनों युवक रास्ते में बैराज के पास शराब पीने के लिए रुके थे, और इसी दौरान उनके बीच विवाद हुआ, जिसके बाद आर्य ने कथित तौर पर लड़की को नहर में धकेल दिया.
मुख्यमंत्री के आदेश पर शुक्रवार को वनतारा रिज़ॉर्ट के कुछ हिस्सों को ध्वस्त कर दिया गया था, और राज्य के जिला मजिस्ट्रेटों से सभी अवैध रिसॉर्ट्स का पता लगाकर उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के लिए कहा गया है.
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