मुंबई, आठ अप्रैल (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार के यहां स्थित घर के बाहर शुक्रवार दोपहर को एमएसआरटीसी कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया जिसकी मुंबई पुलिस को भनक तक नहीं थी। इस संबंध में महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि इसका पता लगाने के लिए जांच की जाएगी कि इस “हमले” के पीछे किसी “अज्ञात ताकत” का हाथ तो नहीं था।
मंत्री ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन ने जो “अवांछित रुख” अपनाया है वह सही नहीं है और कमर्चारियों को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। गौरतलब है कि पाटिल राकांपा के सदस्य हैं जो शिवसेना नीत सत्तारूढ़ गठबंधन का घटक दल है।
दक्षिण मुंबई में स्थित पवार के घर ‘सिल्वर ओक’ पर सौ से ज्यादा प्रदर्शनकारी पहुंचे जिसके बाद मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया और ज्यादातर प्रदर्शनकारियों को पुलिस पकड़ कर ले गई। कुछ समय के लिए राकांपा प्रमुख के घर के बाहर हंगामा हुआ।
वलसे-पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, “यह एक दुर्घटना थी जो अचानक हुई। निश्चित तौर पर यह चिंता की बात है कि एक वरिष्ठ नेता के घर पर इस प्रकार का हमला हुआ।” उन्होंने कहा, “हम पता लगाएंगे कि खुफिया विभाग से कहां चूक हुई। पुलिस आयुक्त और संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) को निर्देश दिए गए हैं और दोषी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
भाषा यश नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.