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रविवार, 27 अप्रैल, 2025
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आवारा कुत्तों के आतंक के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन

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नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (भाषा) पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने आवारा कुत्तों के काटने की बढ़ती घटनाओं के विरोध में रविवार को जंतर-मंतर पर एक प्रदर्शन का नेतृत्व किया और अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की।

एक बयान में कहा गया कि प्रदर्शन में दिल्ली भर के 100 से अधिक ‘रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन’ और गैर-सरकारी संगठनों के सैकड़ों लोगों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

इसमें कहा गया है कि कुत्तों के हमले के कई पीड़ित भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और उन्होंने अपने अनुभव साझा किए।

गोयल ने सभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि भारत में 12 करोड़ से अधिक कुत्ते हैं, जिनमें से अकेले दिल्ली में 11 लाख से अधिक कुत्ते हैं। उन्होंने दावा किया कि देश भर में प्रतिदिन लगभग 20,000 लोगों को आवारा कुत्ते काटते हैं, जिनमें से 2,000 मामले दिल्ली में होते हैं।

गोयल ने आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण की मांग की और सरकार से पशु जन्म नियंत्रण नियमों में संशोधन करने का आग्रह किया और कहा कि ये निसम जनहित के विपरीत हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि यदि सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो ‘‘आवारा कुत्तों की संख्या मानव आबादी को पार कर सकती है।’’

प्रदर्शन के दौरान कुछ समय के लिए व्यवधान भी देखने को मिला, जब कुछ पशु प्रेमियों ने हंगामा किया और प्रदर्शनकारियों से बहस की। इस पर मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव किया और उन्हें प्रदर्शन स्थल से हटा दिया। प्रदर्शन स्थल पर आवारा कुत्ते भी देखे गए।

गोयल ने आरोप लगाया कि जब भी ‘रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन’ के साथ बैठकें आयोजित की जाती हैं तो कुत्तों से प्यार करने वाले कुछ समूह गड़बड़ी पैदा करने और वीडियो बनाने के लिए आ जाते हैं लेकिन वे निवासियों की चिंताओं को दूर नहीं कर पाते।’’

उन्होंने कहा कि कुत्तों के काटने के मामले बढ़ रहे हैं जिससे लोगों में आवारा कुत्तों के प्रति नाराजगी बढ़ रही है।

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के हाल ही के निर्देश का हवाला देते हुए गोयल ने सभी राज्य सरकारों से कुत्तों के काटने के पीड़ितों को मुआवजा देने का आग्रह किया।

‘एंटी-रेबीज’ टीकों की कमी पर प्रकाश डालते हुए गोयल ने उनके निर्यात पर रोक लगाने की मांग की और नसबंदी केंद्रों का मासिक निरीक्षण करने का आह्वान किया।

भाषा शोभना रंजन

रंजन

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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