नयी दिल्ली, 18 मई (भाषा) कांग्रेस ने रविवार को कहा कि हिंसा के खिलाफ एक ‘‘विचारशील’’ पोस्ट लिखने के लिए एक शिक्षाविद को गिरफ्तार करना और सशस्त्र बलों को ‘‘अपमानित’’ करने के लिए भाजपा मंत्रियों पर कोई कार्रवाई नहीं होना नरेन्द्र मोदी सरकार के ‘‘दोहरे मानदंडों’’ को उजागर करता है।
विपक्षी पार्टी की यह तीखी टिप्पणी हरियाणा पुलिस द्वारा अशोका विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के प्रमुख अली खान महमूदाबाद को उनके ‘ऑपरेशन सिंदूर’ वाले बयान के लिए गिरफ्तार किए जाने के बाद आई है।
कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, ‘‘उनकी (प्रोफेसर) एकमात्र गलती यह है कि उन्होंने यह पोस्ट लिखी है। उनकी दूसरी गलती उनका नाम है। यह मोदी सरकार के तहत नए भारत की स्थिति है।’’
खेड़ा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि महमूदाबाद को एक ‘‘विचारशील’’ फेसबुक पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘एक इतिहासकार और शिक्षाविद को हिंसा भड़काने के लिए नहीं बल्कि इसके खिलाफ वकालत करने के लिए जेल भेजा गया है। उनका अपराध? सत्ता के सामने सच बोलने की हिम्मत करना, भाजपा के सांप्रदायिक विमर्श और छाती पीटने वाले राष्ट्रवाद के पाखंड को उजागर करना।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘इस बीच, भाजपा के मंत्री और उनके उपमुख्यमंत्री को सशस्त्र बलों का खुलेआम अपमान करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं झेलनी पड़ी। कोई प्राथमिकी नहीं। कोई गिरफ्तारी नहीं। यह मोदी के शासन का दोहरा मापदंड है।’’
खेड़ा मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह और राज्य के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों का जिक्र कर रहे थे।
भाषा शफीक संतोष
संतोष
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.