मुंबई, 16 अप्रैल (भाषा) ‘स्वराज’, ‘एक कहानी’ और ‘शो टाइम’ जैसे कार्यक्रमों से ख्याति प्राप्त करने वाली निर्माता एवं अभिनेत्री मंजू सिंह का स्ट्रो का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। वह 73 वर्ष की थीं।
फिल्म उद्योग के लोगों द्वारा प्यार से ‘दीदी’ कहकर पुकारी जाने वाली मंजू की उनके कार्यक्रमों ‘अधिकार’ और ‘सम्यक्त्व : ट्रू इनसाइट’ के माध्यम से सामाजिक व सांस्कृतिक मुद्दों को उजागर करने के लिए बहुत प्रशंसा की गई थी।
उन्होंने फिल्म निर्माता हृषिकेश मुखर्जी की 1979 में आई सदबहार फिल्म ‘गोलमाल’ में अभिनय भी किया था। इसमें वह अमोल पालेकर की बहन रत्ना की भूमिका में नजर आई थीं।
सिंह की बड़ी बेटी सुपर्णा के मुताबिक, उनकी मां ने बृस्पतिवार सुबह उनके आवास पर अंतिम सांस लीं।
सुपर्णा ने ”पीटीआई-भाषा” को बताया, ‘बृस्पतिवार सुबह करीब 10 बजे उनके आवास पर उन्हें स्ट्रोक का दौरा पड़ा, जिसते बाद उनका निधन हो गया।’
सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार को किया गया, क्योंकि परिवार उनकी पोती के न्यूयॉर्क से आने का इंतजार कर रहा था।
पुरस्कार विजेता गीतकार-पटकथा लेखक स्वानंद किरकिरे ने ट्विटर पर एक पोस्ट जारी कर सिंह के निधन पर शोक जताया। किरकिरे ने बतौर लेखक दूरदर्शन के कार्यक्रम ‘स्वराज’ में उनके साथ काम किया था
उन्होंने लिखा, ‘मंजू सिंह नहीं रहीं। मंजू जी मुझे दूरदर्शन के लिए अपने कार्यक्रम ‘स्वराज’ की पटकथा लिखने के लिए दिल्ली से मुंबई ले आई थीं। उन्होंने दूरदर्शन के लिए कई शानदार कार्यक्रम, मसलन ‘एक कहानी’, ‘शो टाइम’ आदि बनाए। हृषिकेश मुखर्जी की ‘गोलमाल’ की रत्ना हमारी प्यारी मंजू जी, आप अपने प्यार को कैसे भूल सकते हैं। अलविदा।”
सिंह बच्चों के कार्यक्रम ”खेल खिलाड़ी’ की एंकर भी थीं, जिसे उन्होंने सात साल तक चलाया। वे अपनी बेटियों सुपर्णा, शालिनी और बेटे गौतम के साथ रहती थीं।
भाषा फाल्गुनी पारुल
पारुल
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