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शुक्रवार, 23 मई, 2025
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तमन्ना भाटिया को केएसडीएल का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर कन्नड़ समर्थक समूहों का विरोध

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बेंगलुरु, 23 मई (भाषा) कर्नाटक सरकार के ‘कर्नाटक सोप एंड डिटर्जेंट्स लिमिटेड’ (केएसडीएल) के लिए अभिनेत्री तमन्ना भाटिया को ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किए जाने के फैसले को लेकर शुक्रवार को यशवंतपुर स्थित केएसडीएल फैक्टरी के बाहर कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।

इस बीच, राज्य के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री एम. बी. पाटिल ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा कि यह कदम केएसडीएल उत्पादों को वैश्विक ब्रांड बनाने की दिशा में उठाया गया है।

कर्नाटक सरकार ने मंगलवार को तमन्ना भाटिया को केएसडीएल का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया था। केएसडीएल प्रसिद्ध मैसूर सैंडल साबुन बनाती है। तमन्ना भाटिया के साथ दो साल और दो दिन के इस अनुबंध के लिए राज्य सरकार को 6.2 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे।

संवाददाताओं से बातचीत में पाटिल ने कहा, “हमने एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड तैयार किया है। हम नयी पैकेजिंग के साथ पश्चिमी देशों और खाड़ी क्षेत्र समेत इसे दुनिया भर में बेचने जा रहे हैं। हमने दीर्घकालिक रणनीति के तहत तमन्ना को इससे जोड़ा है।”

उन्होंने कहा कि यह निर्णय विशेषज्ञों की अध्यक्षता वाली एक समिति के माध्यम से लिया गया है।

पाटिल ने बताया कि अन्य अभिनेत्रियों पर भी विचार किया गया था, लेकिन वे पहले से ही प्रतिस्पर्धी उत्पादों के साथ जुड़ी हुई हैं।

पाटिल ने कहा, “रश्मिका मंदाना पहले से किसी अन्य ब्रांड के साथ जुड़ी हुई हैं। पूजा हेगड़े और कियारा आडवाणी भी अलग-अलग उत्पादों का प्रचार कर रही हैं। दीपिका पादुकोण भी कुछ उत्पादों का प्रचार कर चुकी हैं।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि ब्रांड एंबेसडर का चयन कई पहलुओं पर निर्भर करता है, जिनमें उनकी उपलब्धता, गैर-प्रतिस्पर्धी शर्त, सोशल मीडिया उपस्थिति और ब्रांड की पहचान से उनका मेल शामिल है।

उन्होंने कहा, “यह व्यापार का हिस्सा है। इसका कन्नड़ भाषा से कोई लेना-देना नहीं है। यह व्यापार है। यह सिर्फ कर्नाटक का मामला नहीं है, हमें ब्रांड को वैश्विक बनाना है।”

पाटिल ने कहा कि मौजूदा मशीनरी और कर्मचारियों के साथ केएसडीएल के उत्पादों का उत्पादन 110 प्रतिशत बढ़ा है।

उन्होंने कहा, “हमने सभी खामियों और अनियमितताओं को खत्म कर परिचालन को सुव्यवस्थित किया। अब हम ब्रांड निर्माण में लगे हैं।”

उन्होंने यह भी बताया कि केएसडीएल उत्पदों की सालाना बिक्री 2022-23 में 1,375 करोड़ रुपये थी, जो 2023-24 में बढ़कर 1,571 करोड़ रुपये और 2024-25 में 1,788 करोड़ रुपये हो गयी।

वहीं, औसत लाभ 2022-23 में जहां 182 करोड़ रुपये था, वो 2023-24 में 362 करोड़ रुपये हो गया और 2024-25 में यह 415 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।

पाटिल ने कहा, “हमारा लक्ष्य बिक्री को पांच हजार करोड़ रुपये तक पहुंचाना है। विजयपुरा में एक नया कारखाना स्थापित किया जा रहा है। हमने हिंदुस्तान यूनिलीवर में 18 वर्षों तक काम कर चुके अधिकारी रजनीकांत को नियुक्त किया है, जो हमें सलाह दे रहे हैं। अब तक 23 नयी परियोजनाएं शुरू की जा चुकी हैं।”

प्रदर्शन के दौरान कन्नड़ कार्यकर्ता रूपेश राजन्ना ने कहा, “क्या लोग तमन्ना की वजह से साबुन खरीदते हैं? लोग तब खरीदते हैं, जब उन्हें जरूरत होती है। यह कर्नाटक का उत्पाद है। पुनीत राजकुमार ने नंदिनी दूध का प्रचार किया था और हम सबने देखा कि वह कहां तक पहुंचा। हम किसी हिंदी अभिनेत्री को मैसूर सैंडल साबुन का प्रचार नहीं करने देंगे।”

भाषा राखी दिलीप

दिलीप

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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