नयी दिल्ली, 30 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि उनके संसदीय क्षेत्र वायनाड में आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) या
स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
पत्र में उन्होंने कहा कि वायनाड जिले में केरल की सबसे बड़ी आदिवासी आबादी है और इसकी विशिष्ट भौगोलिक परिस्थितियों और उष्णकटिबंधीय जैव विविधता के कारण कई जनजातियों तक चिकित्सा सुविधाओं की पहुंच नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान में जिले भर में 3,105 आदिवासी बस्तियों में लगभग 48,397 परिवार और 1,67,799 लोग रहते हैं। वायनाड जिले में रहने वाले प्रमुख आदिवासी समुदाय पनियान, अदियान, कट्टुनायकन, कुरिचियान, कुरुमन, वेट्टुकुरमन, वायनादान कादर, थाचनादान मूप्पन हैं, जिनमें से पनियान, अदियान और कट्टुनायकन समुदाय सबसे अधिक हाशिए पर माने जाते हैं।’’
उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोग चिकित्सा और परिस्थितिजन्य स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं।
भाषा हक हक पवनेश
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