लखनऊ: कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी को पुलिस हिरासत से रिहा कर दिया गया है और उन्हें आगरा जाने की अनुमति भी मिल गई है. बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें आगरा जाते समय हिरासत में ले लिया था और पुलिस लाइन ले गई थी. हिरासत से बाहर आने के बाद प्रियंका ने कहा कि ‘अभी चार लोगों को आगरा जाने की इजाज़त दी गई है. हम परिवार से मिलने जा रहे हैं.’
Lucknow | Four people have been allowed to visit Agra now…we are going there to meet the family: Congress leader Priyanka Gandhi Vadra
She is on her way to Agra to meet family of sanitation worker who died in police custody pic.twitter.com/3fexQBeaVY
— ANI UP (@ANINewsUP) October 20, 2021
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दरअसल, मंगलवार को पुलिस कस्टडी में एक सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि की मौत हो गई थी. जिसके बाद बुधवार को प्रियंका अरुण के परिवार से मिलने के लिए आगरा जा रहीं थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर ही हिरासत में ले लिया. इस दौरान पुलिस और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के बीच धक्का-मुक्की भी हुई.
#WATCH | Lucknow: Congress' Priyanka Gandhi Vadra & her convoy stopped by Police on their way to Agra. Police say, "You don't have permission, we can't allow you"
She was going to meet family of a sanitation worker who was nabbed in connection with a theft&died in Police custody pic.twitter.com/N3s0QAU8n6
— ANI UP (@ANINewsUP) October 20, 2021
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में धारा 144 लागू होने की वजह से उन्हें आगरा जाने की अनुमति नहीं है.
हिरासत में लिए जाने से पहले प्रियंका ने कहा था कि ‘वो कहते हैं कि मैं आगरा नहीं जा सकती. मैं जहां भी जाती हूं वो मुझे रोकते हैं. क्या मुझे रेस्टोरेंट में बैठे रहना चाहिए? सिर्फ इसलिए कि यह उनके लिए राजनीतिक तौर पर सुविधाजनक है? मैं उनसे मिलना चाहती हूं, इसमें कौन सी बड़ी बात है?’
उन्होंने आगे कहा, ‘जब भी मैं पार्टी ऑफ़िस के अलावा दूसरी जगहों पर जाने की कोशिश करती हूं तो प्रशासन मुझे रोकने की कोशिश करता है. इससे जनता को भी असुविधा होती है.’
प्रियंका ने कई ट्वीट करके भी आदित्यानाथ सरकार पर निशाना साधा है. उन्होने लिखा कि ‘अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई. उनका परिवार न्याय मांग रहा है. मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं. उप्र सरकार को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है.
आज भगवान वाल्मीकि जयंती है, पीएम ने महात्मा बुद्ध पर बड़ी बातें की, लेकिन उनके संदेशों पर हमला कर रहे हैं.’
अरुण वाल्मीकि की मृत्यु पुलिस हिरासत में हुई। उनका परिवार न्याय मांग रहा है। मैं परिवार से मिलने जाना चाहती हूं। उप्र सरकार को डर किस बात का है? क्यों मुझे रोका जा रहा है।
आज भगवान वाल्मीकि जयंती है, पीएम ने महात्मा बुद्ध पर बड़ी बातें की, लेकिन उनके संदेशों पर हमला कर रहे हैं।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 20, 2021
इसके साथ ही उन्होने अरुण वाल्मीकि मामले में उच्चस्तरीय जांच और परिवार को मुआवज़ा देने की मांग की है.
किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है?
आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है
उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 20, 2021
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बता दें कि कुछ दिन पहले आगरा के जगदीशपुरा थाने से 25 लाख रुपए चोरी हो गए थे जिसका आरोप सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि पर लगाया गया था. इसके बाद मंगलवार को पुलिस उसे गिरफ्तार कर थाने ले आई और पूछताछ की गई. रात में अरुण की अचानक तबियत बिगड़ गई जिसकी वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. परिवार का आरोप है कि पुलिस की बर्बरता के कारण उसकी मौत हुई है.
आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज ने एक इंटरव्यू में बताया कि इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
वहीं, उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी को 17 दिनों के भीतर दो बार हिरासत में लिया गया है. इससे पहले लखीमपुर खीरी घटना में मारे गए किसानों के परिवार से मिलने जा रहीं प्रियंका को पुलिस ने रोक दिया था और हिरासत में ले लिया था.
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