उन्नाव (उप्र) 12 फरवरी (भाषा) उन्नाव में तकरीबन दो महीने से लापता दलित लड़की की हत्या के मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को पीड़िता की मां से फोन पर बात कर संवेदना व्यक्त की और उन्हें न्याय दिलाने में मदद की बात कही।
गौरतलब हैं कि शहर कोतवाली क्षेत्र से पिछले दो माह से लापता 22 वर्षीय एक युवती का शव समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री रहे फतेह बहादुर सिंह द्वारा बनवाए गए आश्रम के पास खाली जमीन से बरामद किया गया था। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी रजोल सिंह सपा नेता फतेह बहादुर का बेटा है।
प्रियंका गांधी ने महिला की मां से फोन पर बात की और कहा कि इस अन्याय के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है। कांग्रेस नेता ने उनसे कहा, “मैं जल्द ही आपसे मिलने और आपकी आवाज उठाने तथा आपके लिए लड़ने के लिए आऊंगी।”
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में हो रहे विधानसभा चुनावों के बीच यह शव बरामद किया गया है।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, “उन्नाव में जो घटा वो उत्तरप्रदेश में नया नहीं है। एक दलित लड़की की मां अपनी बेटी का पता लगाने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटती रही, अंत में उसको अपनी बेटी का शव मिला। प्रशासन ने उसकी एक नहीं सुनी।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “भाजपा को इस मुद्दे पर राजनीति करने की बजाय जवाब देना चाहिए कि प्रशासन क्यों उस मां को जनवरी से दौड़ाता रहा? किसने इस बिटिया की मां की गुहार नहीं सुनी? योगी आदित्यनाथ जी आप अपने भाषणों में कानून-व्यवस्था की बात करना छोड़ दीजिए। आपके प्रशासन में महिलाओं को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ता है, महिलाओं पर अत्याचार होने पर उनकी आवाज सुनी ही नहीं जाती, महिलाओं पर अत्याचार कर उनकी हत्या कर दी जाती है और आप झूठे दावों में व्यस्त रहते हैं।”
वहीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कांग्रेस की तरफ से एक तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है, जो उन्नाव जाकर पीड़िता के परिजनों से मुलाकात करेंगी और अपनी तथ्यात्मक रिपोर्ट पार्टी को देगी।
कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में शनिवार को कांग्रेस की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष पीएल पुनिया युवती के परिजनों से मिलने उसके घर पहुंचे। उन्होंने युवती की मां के आरोपों का समर्थन करते हुवे पुलिस की लापरवाही पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने युवती के परिजनों के लिये सुरक्षा की भी मांग की है।
अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शशि शेखर सिंह ने शुक्रवार को बताया था, “हमने आरोपी रजोल सिंह से रिमांड पर पूछताछ की जिसके बाद एसओजी टीम ने बृहस्पतिवार को महिला का शव बरामद किया। शव को आश्रम के पास भूखंड में दफना दिया गया था। हमने उस स्थान की पहचान करने के लिए स्थानीय खुफिया तंत्र और मोबाइल निगरानी का इस्तेमाल किया जहां शव को दफनाया गया था।”
उन्होंने कहा कि मामला अवैध संबंधों का हो सकता है और जांच की जा रही है।
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए मांग की थी कि पीड़ित परिवार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ तत्काल सख्त कानूनी कार्रवाई करे।
उन्होंने ट्वीट किया, “उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में एक दलित लड़की का शव बरामद होना बेहद दुखद और गंभीर मामला है। परिजनों को पहले से ही सपा नेता पर उसके अपहरण और हत्या का शक था। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ फौरन सख्त कानूनी कार्रवाई करे।”
कोतवाली क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी निवासी एक दलित महिला की बेटी आठ दिसंबर 2021 से गायब थी। युवती की मां ने नौ दिसंबर को पूर्व मंत्री के बेटे रजोल सिंह के खिलाफ बेटी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था।
पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए युवती की मां ने 24 जनवरी को लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के वाहन के आगे आत्मदाह की कोशिश की, जिसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने उसी दिन रजोल सिंह को गिरफ्तार किया था।
शुक्रवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रामपुर में इस मामले को लेकर कहा था कि अभियुक्त का उनकी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करने में इतनी देर क्यों की।
अखिलेश ने कहा, “इस मामले का जो आरोपी है उससे समाजवादी पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस और प्रशासन उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। क्या पुलिस अभी तक सो रही थी। जो व्यक्ति (मुख्य अभियुक्त का पिता) समाजवादी पार्टी से जुड़ा था, उसकी मृत्यु चार साल पहले हो चुकी है। उसका बेटा सपा का सदस्य तक नहीं है।”
भाषा सं. जफर
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