नई दिल्ली: कांग्रेस के मास्टर स्ट्रोक के रूप में पूर्वी उत्तर प्रदेश से सक्रिय राजनीति में उतारीं जा रहीं प्रियंका गांधी वाड्रा जल्द ही फेसबुक और ट्विटर के जरिए सोशल मीडिया पर दस्तक दे सकती हैं. उन्होंने अब तक सोशल मीडिया से दूरी बनाए ररखी है.
सूत्रों ने बताया कि प्रियंका चार फरवरी को लखनऊ के एक बड़े कार्यक्रम में कांग्रेस महासचिव (पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी) का पदभार औपचारिक रूप से ग्रहण करेंगी. उसके बाद वह आम लोगों, विशेष रूप से युवाओं और महिलाओं से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया पर दस्तक देंगी.
अपनी परंपरावादी सोच से आगे बढ़ते हुए कांग्रेस अब तेज़ी से सोशल मीडिया के महत्व को समझ रही है और इस पर सक्रिय भी है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तर्ज पर कांग्रेस ने भी अपने सोशल मीडिया सेल बना लिए हैं और उसके अधिकतर नेता फेसबुक और ट्विटर पर सक्रिय हैं और खुद इसमें सबसे आगे पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी नज़र आते हैं जिनके अर्थपूर्ण ट्वीट कई बार चर्चा में रहते हैं. देश की लगभग 50 करोड़ आबादी की इंटरनेट तक पहुंच को देखते हुए कांग्रेस ने भी अपना रवैया बदला है.
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प्रियंका के सक्रिय राजनीति में आने से राजनीति के गलियारों के भीतर और बाहर काफी चर्चा है. कांग्रेस उनकी इस छवि का सोशल मीडिया के ज़रिए लाभ उठाने का प्रयास कर रही है.
पार्टी सूत्रों की माने तो प्रियंका पहले फेसबुक से जुड़ेंगी और उसके बाद ट्विटर पर दस्तक देंगी.
पार्टी के एक सूत्र ने कहा कि फिलहाल उन्हें ट्विटर से जुड़ने में कुछ समय लग सकता है क्योंकि ट्विटर ने अभी अपने वेरिफिकेशन प्रॉसेस को रोका हुआ है. तो, शुरुआत फेसबुक से होगी, फिर ट्विटर का नंबर आएगा.
वैसे ट्विटर पर प्रियंका के नाम और तस्वीरों से बहुत से प्रोफाइल सक्रिय हैं जिनमें से कुछ फेक हैं और कुछ उनके प्रशंसक चला रहे हैं. इसीलिए पार्टी चाहती है कि ट्विटर जब अकाउंट को वेरिफाई करे, तभी प्रियंका का अकाउंट सक्रिय किया जाए.
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प्रियंका के सोशल मीडिया कैंपेन का ज़िम्मा कांग्रेस की सोशल मीडिया व डिजिटल कम्युनिकेशन की प्रभारी दिव्या स्पंदना ही संभालेंगी. दिव्या के व्यंग्यात्मक पोस्ट और ट्वीट गाहे-बगाहे धूम मचाते रहते हैं.
कांग्रेस ने प्रियंका के राजनीति में प्रवेश का माहौल बनाने के लिए उनके पुराने भाषणों और वीडियो इत्यादि अभी से विभिन्न प्लेटफार्म के जरिए साझा करने शुरू कर दिए हैं. प्रियंका गांधी ने यह भाषण अपनी मां व पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अपने भाई राहुल गांधी के लिए पिछले चुनाव में प्रचार के दौरान दिए थे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वे प्रियंका के वीडियो शेयर करने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं.
कांग्रेस सूत्र का कहना है कि प्रियंका गांधी अपने सोशल मीडिया अभियान में सबसे पहले पूर्वी उत्तर प्रदेश के युवाओं और महिलाओं से जुड़े मुद्दे उठाएंगी. इसके बाद लोकसभा चुनाव की सरगर्मी तेज़ होने पर वह धीरे-धीरे अन्य राष्ट्रीय मुद्दे उठाएंगी.
राहुल गांधी की ही तरह प्रियंका के भाषणों के लिए भी एक यूट्यूब चैनल शुरू किया जा सकता है जहां उनके भाषणों की लाइव स्ट्रीमिंग हो सके और लोगों से बातचीत की जा सके.
प्रियंका के 23 जनवरी को सक्रिय राजनीति में प्रवेश करने की घोषणा के बाद से वह सोशल मीडिया और मुख्यधारा मीडिया में छाईं हुई हैं. वह फेसबुक और ट्विटर पर वह ट्रेंड कर रही हैं. सोशल मीडिया पर उनकी उपस्थिति से उनकी चर्चा और अधिक बढ़ेगी.