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Thursday, 25 April, 2024
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मिस्र के राष्ट्रपति अल-सीसी ने की पीएम मोदी की तारीफ, कहा- भरोसा था कि भारत को आगे ले जाएंगे

PM मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक के दौरान COP 27, G20, आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हैदराबाद हाउस में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बहुआयामी संबंधों को गति प्रदान करने के लिए बातचीत की.

COP 27, G20 , आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर चर्चा

भारत के प्रधानमंत्री ने अल-सिसी का स्वागत करते हुए कहा, ‘मैं मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और उनके डेलिगेशन का भारत में स्वागत करता हूं. कल हमारे गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. ये पूरे भारत के लिए सम्मान और हर्ष का विषय है.

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी ने कहा, मैं 2015 में न्यूयॉर्क में पीएम मोदी से मिला था और मुझे उन पर पूरा भरोसा था. मुझे पता था कि वह अपने देश को आगे ले जाएंगे. मैंने हमारे संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को काहिरा, मिस्र में आमंत्रित किया है.

उन्होंने आगे कहा, ‘हमने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के बारे में बात की और COP 27 पर चर्चा की. हमने मिस्र और भारत के बीच सुरक्षा सहयोग पर भी चर्चा की. मैंने आगामी G20 शिखर सम्मेलन के लिए मिस्र को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित करने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद किया.’

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अल-सिसी बोले, ‘हम विभिन्न क्षेत्रों में मौजूदा सहयोग को बढ़ावा देने और नए क्षेत्रों में साझेदारी को बढ़ावा देने पर सहमत हुए हैं. हम अपने क्षेत्रों, मुख्य रूप से निवेश, उच्च शिक्षा, रसायन, दवा उद्योग आदि में सहयोग को मजबूत कराने पर हम सहमत हुए हैं.’

वहीं प्रधानमंत्री मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में दोनों देशों के बीच डाक टिकटों के आदान-प्रदान के साक्षी बने.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अल सिसी के बीच बैठक की तस्वीर के साथ ट्वीट किया, ‘मिस्र के साथ हमारे संबंधों, एशिया के साथ अफ्रीका के सम्पर्कों के नैसर्गिक सेतु को प्रगाढ़ बनाते हुए.’

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अल सिसी ने दोनों देशों के बहुआयामी संबंधों को गति प्रदान करने के लिये बातचीत की जो सभ्यतागत, सांस्कृतिक और आर्थिक सम्पर्कों और लोगों के बीच गहरे संबंधों पर आधारित है.’

मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर मंगलवार को यहां पहुंचे हैं. उनकी यात्रा के दौरान कृषि, डिजिटल क्षेत्र और व्यापार सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने पर प्रमुख रूप से जोर दिया जाएगा.

सिसी 26 जनवरी को होने जा रहे गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं. उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है.

मिस्र के राष्ट्रपति ने तीसरे भारत-अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अक्टूबर 2015 में भारत की यात्रा की थी, जिसके बाद सितंबर 2016 में उन्होंने राजकीय यात्रा की थी.

यह पहला मौका है जब मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस समारोहों में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है. मिस्र की सेना की एक टुकड़ी भी गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेगी.

इससे पहले, बुधवार को सुबह मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी का राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया गया.

अल-सिसी को 21 तोपों की सलामी

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में मिस्र के राष्ट्रपति अल सिसी का पारंपरिक स्वागत किया.’’ इस अवसर पर वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी आगवानी की.

बागची ने बताया कि मिस्र के राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी गयी.

उन्होंने कहा कि दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, ऐसे में राष्ट्रपति अल सिसी की यह यात्रा हमारे बहुआयामी संबंधों की समीक्षा करने एवं उन्हें मजबूती प्रदान करने का अवसर देगी.

मिस्र के राष्ट्रपति अल सिसी ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की.


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