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रांची, 16 नवंबर (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना करते हुए उन पर लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देने के बजाय केवल अपने पद को बचाने पर ध्यान केंद्रित करने का आरोप लगाया।
खरगे ने राज्य चुनावों पर प्रधानमंत्री के गहन ध्यान की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘किसी प्रधानमंत्री द्वारा एक छोटे से राज्य में चुनाव जीतने के लिए 24 घंटे और इतनी ऊर्जा खर्च करना अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री मोदी लोगों के लिए नहीं, बल्कि अपनी कुर्सी बचाने के लिए काम कर रहे हैं।’’
खरगे ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी गरीबों के लिए नहीं, बल्कि अपने लिए काम करते हैं।’’ उन्होंने बढ़ती महंगाई और आवश्यक वस्तुओं की आसमान छूती कीमतों को जनता की चिंताओं को दूर करने में प्रधानमंत्री की विफलता का सबूत बताया।
खरगे ने मोदी के ट्रैक रिकॉर्ड, विशेषकर गुजरात के मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री के रूप में उनके लंबे कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए पूछा, ‘‘सत्ता में लगभग 25 साल बिताने के बाद, क्या वह गुजरात में गरीबी उन्मूलन में कामयाब हो पाए?’’
उन्होंने अहमदाबाद और मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना के बारे में भी चिंता जताई और इसकी अत्यधिक लागत पर सवाल उठाया। खरगे ने परियोजना के बजट को एक लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर तीन लाख करोड़ रुपये करने का जिक्र करते हुए पूछा कि क्या 500 किलोमीटर के हिस्से पर तीन लाख करोड़ रुपये खर्च करना उचित है, जबकि परियोजना का एक पुल ढह गया था।
कांग्रेस अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी के विवादास्पद नारे ‘‘बंटेंगे तो कटेंगे’’ की निंदा नहीं की। उन्होंने दावा किया कि यह नारा मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने के लिए बनाया गया।
खरगे ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र ने झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा एससी/एसटी/ओबीसी के लिए आरक्षण बढ़ाने संबंधी पारित विधेयक जैसे महत्वपूर्ण विधेयक को अवरुद्ध कर दिया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि झारखंड में अगली सरकार ‘इंडिया’ गठबंधन की बनेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘झारखंड में 43 विधानसभा सीटों के लिए मतदान संपन्न हो गया है और यह स्पष्ट है कि ‘इंडिया’ गठबंधन फिर से सरकार बनाएगा। मैं महिला मतदाताओं को उनकी उत्साहपूर्ण भागीदारी के लिए बधाई देता हूं। हमने अपनी ‘मैया सम्मान योजना’ को लेकर उत्साह देखा और दिसंबर से हम महिलाओं को 1,000 रुपये के बजाय 2,500 रुपये प्रदान करेंगे।’’
भाषा आशीष रंजन
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