नयी दिल्ली, 28 मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के नेता गुलाम नबी आजाद से बात की। पूर्व केंद्रीय मंत्री कुवैत में बीमार हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आजाद उन सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक में शामिल हैं जिन्हें भारत ने अलग-अलग देशों में भेजा है। इन प्रतिनिधिमंडलों का काम आतंकवाद के प्रति भारत की प्रतिक्रिया के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराना है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोदी ने आजाद को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
आजाद के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे भाजपा सांसद बैजयंत जय पांडा ने मंगलवार को कहा था कि आजाद की हालत स्थिर है और वह चिकित्सकीय निगरानी में हैं।
पांडा ने कहा था कि बहरीन और कुवैत में हुई बैठकों में आजाद का योगदान अत्यंत प्रभावशाली था तथा उनके बीमार हो जाने से वह निराश हैं।
प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय मई में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन तक चले सैन्य संघर्ष के बाद लिया गया, जो 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद हुआ था।
पांडा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया की यात्रा कर रहा है।
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देवेंद्र माधव
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