काज़ीरंगा (असम), 27 फरवरी (भाषा) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को असम के लोगों और सरकार से वन्यजीव संरक्षण की दिशा में काम करने का आग्रह किया।
कोविंद को राज्य सरकार की ओर से वन्यजीव क्षेत्र में उसके संरक्षण के प्रयासों के बारे में जानकारी दी गई थी जिसके बाद राष्ट्रपति ने असम की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन ये अपील की।
उन्होंने संरक्षण पर एक फोटो और अभिलेखीय प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया और उन्हें प्रस्तावित काज़ीरंगा एलिवेटेड कॉरिडोर पर एक प्रस्तुति दी गई।
राष्ट्रपति भवन के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा गया है, “ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बाघ अभ्यारण्य, असम पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।”
ट्विटर पर कहा गया, “ राष्ट्रपति को वन्यजीवों के अनुकूल-पहलों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने असम की सरकार और लोगों से अपने संरक्षण प्रयासों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।”
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर कहा कि राष्ट्रपति द्वारा उद्घाटन की गई प्रदर्शनी में काज़ीरंगा की समृद्ध वनस्पतियों और जीवों को दिखाया गया है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति को प्रस्तावित काज़ीरंगा एलिवेटेड कॉरिडोर पर एक प्रस्तुति भी दी गई।
सरमा ने पिछले साल विधानसभा में कहा था कि राज्य सरकार ने काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 37 पर 35 किलोमीटर का एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव केंद्र को दिया है, जिसपर केंद्र ने अनुकूल प्रतिक्रिया दी है।
सरमा ने यह भी लिखा, “ मैं राष्ट्रपति का उनकी बहुमूल्य सलाह के लिए अपना आभार व्यक्त करता हूं, जो निश्चित रूप से उद्यान प्राधिकरण, वन रक्षकों और स्थानीय समुदायों / गैर सरकारी संगठनों को अधिक समर्पण के साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित करेगी।”
इससे पहले रविवार की सुबह, असम के कई मंत्रियों के साथ कोविंद और उनकी बेटी श्वेता ने एक हाथी की सवारी की।
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रीय उद्यान के कोहोरा में मिहिमुख प्वाइंट से हाथी की सवारी की।
राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद भी मिहिमुख में उनके साथ थीं, लेकिन उन्होंने हाथी की सवारी नहीं की। राष्ट्रपति की पत्नी और उनकी बेटी ने शनिवार को राष्ट्रीय उद्यान के अंदर जीप की सवारी की थी, लेकिन राष्ट्रपति उनके साथ नहीं थे।
कोविंद, पत्नी और बेटी के साथ शुक्रवार को असम पहुंचे थे और उन्होंने गुवाहाटी में असम के प्रसिद्ध अहोम सेना नायक लचित बोरफुकन की 400वीं जयंती से संबंधित कार्यक्रम में शिरकत की थी।
गुवाहाटी में रात बिताने के बाद, उन्होंने शनिवार को तेज़पुर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भाग लिया था और उसी दिन बाद में काज़ीरंगा गए। उनका रविवार को दिल्ली रवाना होने का कार्यक्रम है।
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नोमान नरेश
नरेश
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