नयी दिल्ली, 30 सितंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को राष्ट्रपति अंगरक्षक (पीबीजी) को 75 वर्षों की गौरवशाली सेवा के लिए ‘सिल्वर ट्रंपेट’ और ‘ट्रंपेट बैनर’ देकर सम्मानित किया।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह में ‘विराट’ (पीबीजी का विशिष्ट घोड़ा) भी उपस्थित था, जो 2022 में सेवानिवृत्त हुआ था। इस घोड़े को ‘कमांडेंट चार्जर’ का पद मिला है।
राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26 जनवरी, 2022 को गणतंत्र दिवस परेड में इस घोड़े की पीठ थपथपाई थी। पीबीजी ने सेवानिवृत्ति के बाद इस घोड़े को गोद ले लिया था।
समारोह के दौरान संक्षिप्त टिप्पणी करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ‘हम सभी को पीबीजी पर गर्व है।’
उन्होंने भारतीय सेना की सबसे पुरानी रेजिमेंट को उसकी पेशेवर उत्कृष्टता और बेहतरीन सैन्य परंपराओं के पालन के लिए बधाई दी।
पीबीजी की स्थापना 1773 में गवर्नर-जनरल के अंगरक्षक (बाद में वायसराय के अंगरक्षक) के रूप में की गई थी। 27 जनवरी 1950 को इसका नाम बदलकर पीबीजी कर दिया गया।
भाषा जोहेब रंजन
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