रामगढ़ (झारखंड), चार अगस्त (भाषा) झारखंड के रामगढ़ जिले में पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के पैतृक स्थान पर उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां जोरों से पूरी की जा रही हैं। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के सह-संस्थापक सोरेन का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया। गुर्दे से संबंधी समस्याओं के कारण वह एक महीने से अधिक समय से दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती थे। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर को किया जाएगा।
रामगढ़ के उपायुक्त फैज अहमद मुमताज और पुलिस अधीक्षक (एसपी) अजय कुमार सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने तैयारियों का जायजा लेने के लिए नेमरा का दौरा किया।
अधिकारी ने बताया कि उन्होंने अंतिम संस्कार के दौरान यातायात, वीआईपी आवाजाही, पार्किंग, पेयजल और सफाई व्यवस्था के अलावा सुरक्षा और कानून व्यवस्था प्रबंधन की समीक्षा की।
इस बीच, नेमरा गांव के लोगों ने गुरुजी के निधन पर शोक व्यक्त किया।
नेमरा गांव के किसान 65 वर्षीय सुरज सोरेन ने कहा कि गुरुजी गांव वालों के लिए पितातुल्य थे।
उन्होंने कहा, ‘एक कद्दावर राजनीतिक नेता होने के बावजूद, वह अक्सर गांव आते थे और सभी से मिलते थे, यहां तक कि बच्चों से भी। वह अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनका नाम और आदिवासियों के लिए उनका अथक कार्य हमेशा ज़िंदा रहेगा।’
गांव में शिबू सोरेन के पड़ोसी परमेश्वर सोरेन (45) ने कहा, ‘शिबू सोरेन ने नेमरा में आदिवासियों के जीवन को अनेक सुविधाएं प्रदान करके बदल दिया, जिनमें पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य केंद्र और बेहतर सड़क संपर्क शामिल हैं।’
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की रिश्तेदार वीणा सोरेन ने कहा, “यह घर दिशोम गुरु की स्मृति का प्रतीक है, जो हमेशा आदिवासी परंपरा और संस्कृति के साथ एक साधारण ग्रामीण जीवन जीना पसंद करते थे।”
भाषा नोमान सुरेश
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