वाराणसी, 25 फरवरी (भाषा) महाकुंभ से श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में आने के बीच वाराणसी में महाशिवरात्रि का उत्सव धूमधाम से मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं।
मण्डल आयुक्त कौशल राज शर्मा ने मंगलवार को बताया कि बुधवार को महाशिवरात्रि पर विभिन्न अखाड़े, बड़ी संख्या में संतों और नागा साधुओं के साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना से पहले भव्य जुलूस निकालेंगे। इसके लिये जिला प्रशासन और काशी विश्वनाथ मंदिर प्रबंधन ने समारोह की तैयारियां पूरी कर ली हैं।
उन्होंने बताया कि महाकुंभ से आए अखाड़ों के प्रमुखों और अन्य संतों के साथ मंदिर में उनके निर्धारित दौरे के बारे में चर्चा की गई है।
शर्मा के अनुसार, संतों और अखाड़ों के सदस्यों को सुबह छह से नौ बजे तक मंदिर में पूजा-अर्चना करने की अनुमति होगी।
उन्होंने बताया कि शाम को साढ़े पांच बजे हनुमान घाट और हरिश्चंद्र घाट से भव्य जुलूस निकाला जाएगा जो गोदौलिया की ओर बढ़ेगा। वहां से संत और अखाड़ा प्रमुख मंदिर जाएंगे और दर्शन के लिए गेट संख्या चार से प्रवेश करेंगे। मंदिर के दर्शन में करीब दो से ढाई घंटे का समय लगेगा, जिसके बाद वे अन्नपूर्णाजी और ढुंढिराज गणेश मार्ग से बाहर निकलेंगे। इस बीच, घाट और सरस्वती फाटक पर आम जनता के लिए दो अलग-अलग लाइनें खुली रहेंगी।
शर्मा ने बताया कि अखाड़ा परंपराओं के अनुसार दोपहर दो बजे से दर्शन के लिये 30 मिनट का एक और समय तय किया गया है।
उन्होंने यह भी पुष्टि की कि श्रद्धालुओं और अखाड़ा सदस्यों की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन के समन्वय से आयोजित पारंपरिक ‘शिव बारात’ जुलूस महाशिवरात्रि के एक दिन बाद 27 फरवरी को निकाला जाएगा।
भाषा
सं, सलीम, रवि कांत रवि कांत
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