नई दिल्ली: बिहार की राजधानी पटना में मजदूरी करने वाले एक व्यक्ति के 17 वर्षीय बेटे को अमेरिका के कॉलेज ने 2.5 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति दी है, जिसके बाद विदेश जाकर पढ़ने का प्रेम कुमार का सपना पूरा होने वाला है.
छात्रवृत्ति पाने वाले प्रेम कुमार ने बताया कि उन्होंने अमेरिका के 20 कॉलेज में एप्लाई किया था लेकिन सिर्फ 2 में उनका चयन हुआ.
उन्होंने कहा, ‘अमेरिका के 20 कॉलेज में एप्लाई करने के बाद 2 कॉलेज में सलेक्शन हुआ लेकिन इन दोनों में पूरी छात्रवृति नहीं मिली. आखिर में लाफायेट कॉलेज में पूरी छात्रवृति मिली है.’ आने वाले 4 वर्षों तक उनकी पढ़ाई का पूरा खर्च कॉलेज की तरफ से ही उठाया जाएगा.
अमेरिका के लाफायेट कॉलेज में प्रेम कुमार मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘अगर शिक्षा मेरे जीवन की सीढ़ी नहीं बनती तो शायद मैं ये मकाम हासिल नहीं कर पाता.’
उन्होंने बताया, ‘मुझे ये मौका मिला कि शिक्षा के माध्यम से मैं कहीं भी जा सकता हूं. अगर आपके पास शिक्षा और हुनर है और मेहनत करते हैं तो आप कहीं भा जा सकते हैं.’
#WATCH यहां में मैकेनिकल इंजीनियरिंग पढ़ने जा रहा हूं। अगर शिक्षा मेरे जीवन की सीढ़ी नहीं बनती तो शायद मैं ये मकाम हासिल नहीं कर पाता: प्रेम कुमार, अमेरिका के कॉलेज में छात्रवृत्ति पाने वाला छात्र pic.twitter.com/buUTPjuN77
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 8, 2022
स्थानीय मीडिया के अनुसार प्रेम कुमार बिहार के महादलित मुसहर समुदाय से आते हैं और उनका परिवार काफी गरीब है. कॉलेज जाने वाले वे अपने परिवार से पहले व्यक्ति होंगे. कुमार दुनिया के उन छह छात्रों में से हैं जिसे लाफायेट कॉलेज से प्रतिष्ठित डायर फैलोशिप प्राप्त होगी.
कुमार ने बताया कि वे डेक्सटेरिटी ग्लोबल संगठन से जुड़े, उसके बाद उन्हें इसी संस्था ने लगातार प्रशिक्षित किया और उन्हीं के जरिए उसने विश्व के अलग-अलग संस्थानों के लिए एप्लाई किया.
एक रिपोर्ट के अनुसार डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक व सीईओ और बिहार के प्रसिद्ध सामाजिक उद्यमी शरद सागर ने बताया कि इस संगठन के डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत छात्रों ने विश्व के बेहतरीन विश्वविद्यालयों से अब तक 100 करोड़ से भी ज्यादा की छात्रवृत्ति हासिल की है.
प्रेम कुमार पटना के फुलवारी शरीफ के रहने वाले हैं जहां उनके पिता जीतन मांझी मजदूरी करते हैं. प्रेम कुमार की मां की 10 साल पहले निधन हो गया था. उसकी पांच बहनें हैं. स्थानीय मीडिया के अनुसार 2020 में उसने दानापुर से मैट्रिक पास की.
साथ ही बता दें कि जिस कॉलेज में प्रेम कुमार पढ़ने जा रहे हैं वो अमेरिका के टॉप 25 कॉलेजों में शामिल है. इसकी स्थापना 1826 में हुई थी और इसे अमेरिका के ‘हिडन आइवी’ कॉलेजों की श्रेणी में गिना जाता है.
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