नई दिल्ली : नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच का विवाद ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है. प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा कि नीतीश कुमार सही नहीं बोल रहे हैं. इससे पता चल रहा है कि आप (नीतीश) में गिरावट आयी है. आप मुझे पार्टी में क्यों और कैसे लाए, इसको लेकर गलतबयानी की जा रही. आपका मुझे अपने रंग में रंगने का यह बहुत ही कमजोर प्रयास है. अगर आप सच बोल रहे हैं तो अब भी कौन विश्वास करेगा कि आपमें इतनी हिम्मत है कि अमित शाह द्वारा भेजे गए आदमी की बात न सुनें?
.@NitishKumar what a fall for you to lie about how and why you made me join JDU!! Poor attempt on your part to try and make my colour same as yours!
And if you are telling the truth who would believe that you still have courage not to listen to someone recommended by @AmitShah?
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) January 28, 2020
प्रशांत किशोर के बारे में नीतीश ने कहा, ‘उनके कई लोगों के साथ संबंध हैं. मैंने पहले भी कहा है, हमने उन्हें अमित शाह के कहने पर पार्टी में शामिल किया है.’
#WATCH Bihar CM on Prashant Kishor:Someone wrote a letter I replied to it,someone is tweeting,let him tweet. What do I've to do with it? One can stay in the party (JD-U) till he wants,he can go if he wants…Do you know how did he join the party?Amit Shah asked me to induct him. pic.twitter.com/wlN4Q2o9uo
— ANI (@ANI) January 28, 2020
नीतीश ने कहा कि हमें लगता है कि नए कॉलम को लेकर भ्रम का माहौल पैदा होगा, जैसे कि माता-पिता का जन्म कहां और किस दिन हुआ? यह कोई ज़रूरी जानकारी नहीं है. गरीब लोगों के पास तो यह जानकारी है ही नहीं इस पर हमारी पार्टी राज्यसभा और लोकसभा में विचार करेगी
नीतीश ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के लागू होने से देश भर में ‘अशांति’ पैदा होने की बात पर स्वीकृति थी और कहा कि इसको लेकर गलतफहमियों को दूर किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वे पहले भी कह चुके हैं कि पूरे देश में एनआरसी का सवाल ही नहीं उठता है और प्रधानमंत्री का भी बयान आया है कि ऐसी कोई बात नहीं है.
आपको बता दें, यह विवाद सीएए और एनआरसी के मुद्दे से शुरू हुआ. जिसपर जेडीयू के नेता पवन वर्मा और प्रशांत किशोर की राय अपनी पार्टी के नेताओं से अलग थी.
पवन वर्मा की चिट्ठी पर नीतीश कुमार ने कहा कि वह (पवन) जा सकते हैं और किसी भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं, जिसे वह पसंद करते हैं.
This is the letter I have written to @NitishKumar today asking him how the JD(U) has formed an alliance with the BJP for the Delhi elections, given his own views on the BJP, and the massive national outrage against the divisive CAA-NPR-NRC scheme. pic.twitter.com/ErSynnuiYm
— Pavan K. Varma (@PavanK_Varma) January 21, 2020
इस चिठ्ठी का जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि अगर किसी के पास कोई मुद्दा है तो वह पार्टी या पार्टी की बैठकों में इस पर चर्चा कर सकता है, लेकिन इस तरह के सार्वजनिक बयान आश्चर्यजनक हैं. वह (पवन) जा सकते हैं और किसी भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं, जिसे वह पसंद करते हैं. उन्हें मेरी शुभकामनाएं हैं.’