नई दिल्ली: वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कोविड-19 की वैक्सीन के प्रभाव (इफीकेसी) और सुरक्षा पर ट्वीट कर एक सवाल उठाया तो ट्विटर ने उस ट्वीट को ‘मिसलीडिंग’ यानी भ्रामक बता दिया है. जिसके बाद 64 वर्षीय वकील ने अपने को सही साबित करने के लिए एक के बाद एक ट्वीट साझा किए.
अपनी पत्नी की मौत के लिए टीकों को दोषी ठहराने वाले एक व्यक्ति के बारे में सोमवार को एक समाचार रिपोर्ट साझा करते हुए भूषण ने कहा कि सरकार टीकों से होने वाली अनहोनी घटनाओं की निगरानी नहीं कर रही है और न ही टीकों से जुड़ा डेटा जारी कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने वैक्सीन नहीं ली है और भविष्य में लेने का इरादा भी नहीं है.
उन्होंने यह भी ट्वीट किया कि ‘स्वस्थ और युवा लोगों में कोविड के कारण गंभीर स्थिति होने या मरने की कोई संभावना नहीं है, बल्कि वैक्सीनेशन के बाद उनके मरने की संभावना अधिक हो जाती है.
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A lot of people including friends & family have accused me of promoting Vaccine hesitancy, let me clarify my position.
I am not anti Vaccine per se. But I believe it is irresponsible to promote universal vaccination of experimental&untested vaccines esp to young & Covid recovered https://t.co/SVHwgyZcvU— Prashant Bhushan (@pbhushan1) June 28, 2021
इन ट्वीट्स को सोशल मीडिया साईट ट्विटर द्वारा ‘भ्रामक’ के रूप में चिह्नित किया गया.
आलोचना से बेपरवाह, भूषण ने अपने ‘वैक्सीन अविश्वास” पर दो पेज का लंबा स्पष्टीकरण भी पोस्ट किया, जिसे दोबारा से ट्विटर ने ‘भ्रामक’ बताया.
भूषण ने लिखा,’कोविड वैक्सीन को लेकर मेरे विचारों को ट्वीट करने के बाद मुझ पर कई लोगों ने हमला किया है. नीचे दिया गया अंश टीके के बारे में मेरे संदेह और इसके कारणों का सार प्रस्तुत करता है. टीकों के परीक्षण न किए जाने और गंभीर प्रतिकूल प्रभाव होने के अलावा, मैं इस तरह के विरोधाभासी विचारों को सेंसर करने के प्रयासों से स्तब्ध हूं.’
I have been attacked by many for tweeting about my views on Covid vaccines. The piece below summarises my Vaccine skepticism & the reasons for this. Apart from the vaccines being untested & having serious adverse effects, I am shocked by attempts to censor such contrarian views pic.twitter.com/UktE7f7BPt
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) June 28, 2021
उन्होंने सफाई दी कि वह वैक्सीन विरोधी या विज्ञान विरोधी नहीं हैं, लेकिन ऐसे कई उदाहरणों से अवगत है जहां कई विषयों पर वैज्ञानिक विचार कॉमर्शियल, पॉलिटिकल और मीडिया के निहित स्वार्थ से प्रेरित है .
उन्होंने यह भी दावा किया कि कई वैज्ञानिकों ने बताया है कि टीकों के गंभीर प्रतिकूल प्रभाव और दवाओं और टीकों के उपयोग के कारण होने वाली प्रतिकूल घटनाओं को ‘कम रिपोर्ट’ किया गया है.
उनके इस ट्वीट को सोशल मीडिया यूजर्स ने नापसंद किया और वैक्सीन को लेकर भय फैलाने के लिए कड़े शब्दों में आलोचना की. अभिनेता सिद्धार्थ और पत्रकार निधि राजदान सहित कई लोगों ने ट्विटर से इस पर कार्रवाई करने की मांग की और ट्वीट को ‘भ्रामक’ या मिसलीडिंग के रूप में चिह्नित करने की बात कही है.
Illogical, wrong and unscientific. This is intellectual anarchy. These are the leaders of our bar? Shameful. https://t.co/GdYtpvv857
— Sandeep Parekh (@SandeepParekh) June 28, 2021
Strongly disagree with @pbhushan1 on this one. @Twitter ought to mark it as misinformation.
At a time when everyone needs to get vaccinated ASAP, this is a reputation destroying outpouring from Bhushan. https://t.co/YlD8dgBScX
— Siddharth (@Actor_Siddharth) June 28, 2021
This is a dangerously irresponsible statement from you @pbhushan1. Twitter should act on this. Folks, please listen to doctors across the world and get vaccinated. Listen to science, not to this fear mongering https://t.co/jkj5gr7WQ1
— Nidhi Razdan (@Nidhi) June 28, 2021
Prashant – we lost a brilliant young researcher and comrade, a healthy young man in his 30s, to Covid-19. A friend lost her brother, aged 50, otherwise healthy, to Covid. Try telling the little kids of these 2 that "the healthy young have hardly any chance of dying due to covid". https://t.co/4gJDb1Xz2l
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) June 28, 2021
ट्विटर की पालिसी
ट्विटर की ‘COVID-19 भ्रामक सूचना नीति’ में कहा गया है कि जो सामग्री स्पष्ट रूप से झूठी या भ्रामक है और जिससे नुकसान हो सकता है, उसे ट्विटर पर शेयर नहीं किया जा सकता है.
इसमें ऐसी सामग्री भी साझा करना शामिल है जो लोगों को कोविड-19 वायरस की प्रकृति के बारे में गुमराह कर सकती है. इसमें रोग को कम करने या उसका इलाज करने के लिए निवारक उपायों, उपचारों या अन्य सावधानियों की प्रभावकारिता या सुरक्षा, स्वास्थ्य सलाह से संबंधित आधिकारिक नियम, प्रतिबंध या छूट, या वायरस की व्यापकता या कोविड -19 से जुड़े संक्रमण या मृत्यु का जोखिम से जुड़ी जानकारी शामिल है.
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