नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने सोमवार को कहा कि परंपरागत हथियार ले जाने में सक्षम नव विकसित सामरिक मिसाइल ‘प्रलय’ उन स्वदेशी हथियार प्रणालियों में शामिल है जिन्हें गणतंत्र दिवस परेड में कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित किया जाएगा।
सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित उन्नत हल्का हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा नहीं होगा।
उन्होंने हेलीकॉप्टरों के इस्तेमाल पर रोक को “थोड़ी झटके वाली बात” बताया।
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि जल्दी ही हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा।
इस महीने एक एएलएच के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सशस्त्र बलों ने इन हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने पर रोक लगा दी थी। सेना, भारतीय वायु सेना, नौसेना और तटरक्षक बल लगभग 330 एएचएल का इस्तेमाल कर रहे हैं।
रक्षा सचिव ने बताया कि लगभग 90 मिनट की परेड में 31 झांकियां शामिल होंगी, जिनमें 16 राज्यों की और 15 केंद्रीय मंत्रालयों की होंगी।
सिंह ने कहा कि परेड में ‘प्रलय’ मिसाइल के साथ-साथ अन्य स्वदेशी रूप से विकसित प्लेटफॉर्म भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
‘प्रलय’ छोटी दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है, जिसकी भार ले जाने की क्षमता 500-1,000 किलोग्राम है।
यह मिसाइल पारंपरिक हथियार ले जाने में सक्षम है। इसकी मारक क्षमता 150 से 500 किलोमीटर है।
भाषा जोहेब माधव
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