चंडीगढ़, 17 मार्च (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि वह पूर्व विधायक के रूप में पेंशन स्वीकार नहीं करेंगे।
पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके बादल हाल ही में संपन्न पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के गुरमीत सिंह खुदियां से हार गए थे।
वयोवृद्ध नेता बादल ने पंजाब सरकार और पंजाब विधानसभाध्यक्ष से कहा कि उनकी पेंशन को सामाजिक कार्यों में खर्च किया जाए। उन्होंने कहा कि पेंशन की राशि जरूरतमंद छात्राओं को उनकी शिक्षा में मदद के लिए खर्च की जाए क्योंकि लड़कियों की शिक्षा हमेशा उनके दिल के करीब रही है।
बादल ने यहां यह अनुरोध करने के बाद एक बयान में कहा, ‘उनका मुझ पर अधिकार है क्योंकि उन्होंने हमेशा मेरे जीवन को समृद्ध किया है जो केवल बेटियां ही कर सकती हैं। उनके स्नेह ने मुझे मेरे जीवन के सबसे चुनौतीपूर्ण क्षणों में भी ताकत दी है।’
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बादल ने कहा कि उन्होंने जीवन भर कभी कोई पेंशन नहीं ली क्योंकि वह शुरू से ही सक्रिय विधायक रहे। बादल ने इस बात को दुष्प्रचार बताते हुए खारिज कर दिया कि उन्होंने 11 बार विधायक होने के कारण अतीत में करोड़ों रुपये की पेंशन ली थी।
इससे पहले उन्होंने शिअद द्वारा किए गए ट्वीट में कहा गया था, ‘‘ मैं पंजाब सरकार और माननीय विधानसभाध्यक्ष से अनुरोध करता हूं कि पूर्व विधायक के रूप में मेरी जो भी पेंशन बनती है, कृपया उसका उपयोग पंजाब के लोगों के हितों के लिए किया जाए। इसे किसी भी स्थिति में मुझे नहीं भेजा जाए। इस संबंध में औपचारिक अनुरोध लिखित में अलग से भेजा जा रहा है – प्रकाश एस बादल, पूर्व मुख्यमंत्री।’’
बादल (94) 11 बार विधायक रह चुके हैं और वह 1957 में मलोट सीट से पहली बार चुनाव जीते थे।
भाषा
अविनाश माधव
माधव
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