अहमदाबाद, 13 अप्रैल (भाषा)गुजरात के मंत्री हर्ष सांघवी ने रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी (आप)के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर राज्य में दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम के खराब होने के बारे में मीडिया रिपोर्टों पर केंद्रित ‘एक्स’ पोस्ट करने को लेकर निशाना साधा। हालांकि, राज्य में दसवीं का परिणाम अभी तक घोषित नहीं किया गया है।
भूपेंद्र पटेल सरकार में गृह राज्य मंत्री सांघवी ने कहा कि यह ‘‘गलत सूचना फैलाने का स्पष्ट प्रयास’’ है, जबकि उनके सहयोगी और शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल पनशेरिया ने इसे ‘‘असफल नेताओं द्वारा घृणित प्रयास’’ करार दिया।
अखिलेश यादव ने ‘गुजरात बोर्ड परिणाम: 157 विद्यालयों में एक भी छात्र कक्षा 10 पास नहीं हुआ’ शीर्षक के साथ 2023 की एक समाचार रिपोर्ट संलग्न करते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,‘‘गुजरात मॉडल विफल हो गया है… गुजरात के 157 स्कूलों में एक भी छात्र 10वीं बोर्ड परीक्षा पास नहीं कर सका। हम भाजपा को हटाएंगे और भविष्य को बचाएंगे।’’
केजरीवाल ने इस पोस्ट का समर्थन करते हुए कहा, ‘‘यह गुजरात मॉडल है। यह भाजपा मॉडल है जिसे वे पूरे देश में लागू करना चाहते हैं। यह डबल इंजन मॉडल है। वे पूरे देश को अनपढ़ रखना चाहते हैं। आप मुझे एक राज्य बताइए जहां उनकी सरकार हो और उन्होंने वहां शिक्षा को बर्बाद न किया हो। इस मॉडल के तहत, वे अब दिल्ली में शिक्षा प्रणाली को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
इन पोस्ट को इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ने रेखांकित करते हुए कहा कि गुजरात में दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं मई में होने वाली हैं।
दोनों विपक्षी नेताओं पर पलटवार करते हुए सांघवी ने ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में कहा, ‘‘मैंने कभी ऐसे नकली और धोखेबाज नेता नहीं देखे। गुजरात बोर्ड के नतीजे अभी जारी नहीं हुए हैं, लेकिन श्री अखिलेश यादव और उनके सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर फर्जी नतीजे साझा किए हैं। यह गलत सूचना फैलाने और जनमत को हेरफेर करने का एक स्पष्ट प्रयास है। इन नेताओं को बच्चों को अपनी गंदी राजनीति में घसीटने का कोई अधिकार नहीं है।’’
पनशेरिया ने कहा कि छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को ‘‘फर्जी खबरों के प्रति सतर्क रहना चाहिए और केवल आधिकारिक स्रोतों पर ही भरोसा करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात और देश के लोग जागरूक हैं और इस तरह की झूठी बातों को स्वीकार नहीं करते हैं, यही वजह है कि देश भर के जागरूक मतदाताओं ने ऐसे फर्जी नेताओं के खिलाफ वोट देकर बाहर कर दिया है।’’
एक अन्य पोस्ट में पनशेरिया ने कहा, ‘‘असामाजिक और असफल नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर फर्जी बोर्ड परिणाम पोस्ट करके छात्रों को धोखा देने का एक घृणित प्रयास है। बच्चों को अपनी गंदी राजनीति में न घसीटें। छात्रों के भविष्य के साथ गलत राजनीतिक स्टंट न करें।’’
गुजरात कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने यादव और केजरीवाल का बचाव करते हुए कहा कि भाजपा शासन में राज्य का शिक्षा क्षेत्र वास्तव में कमजोर हुआ है और दावा किया कि इसे कई मानदंडों से साबित किया जा सकता है।
भाषा धीरज नरेश
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