देहरादून, 25 जनवरी (भाषा) कोविड-19 प्रतिबंधों के बीच उत्तराखंड में नजदीक आते विधानसभा चुनाव में मतदाताओं तक पहुंच बनाने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल सोशल मीडिया और डिजिटल मंचों का भरपूर उपयोग कर रहे हैं ।
भाजपा के सूचना प्रोद्यौगिकी प्रमुख हिमांशु संगतानी ने ‘पीटीआई’ को बताया कि चुनाव रैलियों पर जारी प्रतिबंध के बीच, पार्टी अब तक देहरादून और हल्द्वानी में स्थापित अपने दो स्टूडियो के माध्यम से 18 डिजिटल रैलियां कर चुकी है।
उन्होंने बताया कि इन रैलियों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भटट, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा आदि नेता संबोधित कर चुके हैं ।
उन्होंने बताया कि इन रैलियों को मुख्य वक्ता स्टूडियो में बैठकर संबोधित करते हैं और उन्हें फेसबुक, टिवटर और यूटयूब के माध्यम से सीधा प्रसारित कर दिया जाता है । उन्होंने बताया कि हर डिजिटल बैठक को लगभग एक लाख ‘व्यूज’ मिले हैं ।
संगतानी ने कहा कि एक फरवरी से कोविड-19 प्रतिबंधों में कुछ ढ़ील मिलने की संभावना है जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नडडा जैसे पार्टी के स्टार प्रचारकों की रैलियां भी होंगी ।
भाजपा के इंटरनेट मीडिया प्रकोष्ठ के प्रमुख शेखर वर्मा ने कहा, ‘‘उत्तराखंड में करीब 35 लाख फेसबुक उपभोक्ता हैं और इनमें से हम करीब 20 लाख तक पहुंच बना चुके हैं ।’’
कांग्रेस ने भी पार्टी का संदेश जन—जन तक पहुंचाने के लिए 400 सोशल मीडिया स्वयं सेवकों का एक दल तैनात किया है जो फेसबुक, टिवटर, इंस्टाग्राम और करीब 150 व्हाटसएप ग्रुप के जरिए मतदाताओं तक पहुंच बना रहे हैं ।
कांग्रेस के इंटरनेट मीडिया प्रकोष्ठ प्रमुख अमरजीत सिंह ने बताया कि 50 कंटेंट क्रिएटर्स की एक टीम आडियो वीडियो क्लिप्स और कार्टून भी बना रही है जिसमें भाजपा सरकार की विफलताओं और कांग्रेस की पूर्व सरकारों की उपलब्धियों को सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए जनता तक पहुंचाया जाएगा ।
सिंह ने कहा कि उदाहरण के तौर पर सोमवार को यहां पार्टी द्वारा शुरू किए गए अभियान ‘चार धाम चार काम’ से करीब पांच हजार उपयोगकर्ता जुडे और कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर यह ट्रेंड हुआ ।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस महासचिव और प्रदेश चुनाव अभियान समिति के प्रमुख हरीश रावत को छोडकर अभी पार्टी की ज्यादा डिजिटल रैलियां नहीं हुई हैं ।
हांलांकि, उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में चुनाव प्रचार के जोर पकडने पर बडी रैलियों की संभावना होगी ।
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