नयी दिल्ली, 19 फरवरी (भाषा) दिल्ली के गाजीपुर और ओल्ड सीमापुरी में मिली आईईडी की जांच कर रही पुलिस ने पाया है कि दोनों आईईडी का डिजाइन और उनमें इस्तेमाल सामान समान हैं और उनका मानना है कि दोनों जगहों के नजदीक खड़ी मोटरसाइकिल चोरी की थी।
जांचकर्ताओं का मानना है कि एक महीने के भीतर दो स्थानों पर आईईडी रखने वाला व्यक्ति एक ही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दो संदिग्धों का रेखाचित्र तैयार किया गया है और उन्हें यथाशीघ्र पकड़ने की कोशिश कर जा रही है।
दिल्ली पुलिस के आयुक्त राकेश अस्थाना ने शुक्रवार को कहा था कि ओल्ड सीमापुरी स्थित एक घर से बृहस्पतिवार को मिली आईईडी और 17 जनवरी को गाजीपुर की फूल मंडी में रखे विस्फोटक को शहर के सार्वजनिक स्थानों पर धमाके की मंशा से तैयार किया गया था।
उन्होंने कहा था कि ऐसी गतिविधि बिना स्थानीय मदद के संभव नहीं है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ताओं ने खुलासा किया कि दोनों इम्प्रोवाइस्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का निर्माण अमोनियम नाइट्रेट और आरडीएक्स मिलाकर कर किया गया था, जिन्हें नियंत्रित अवस्था में निष्क्रिय किया गया और इसमें कोई घायल नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि गाजीपुर के घटनास्थल के पास से जुटाए गए सीसीटीवी फुटेज में आईईडी के नजदीक एक हीरो स्प्लेंडर मोटरसाइकिल खड़ी दिखी जबकि ओल्ड सीमापुरी में आईईडी बरामद करने के बाद दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन के नजदीक उसी तरह की बाइक मिली।
पुलिस ने बताया कि यह पाया गया कि बाइक चोरी की है और जांचकर्ताओं का मानना है कि यह वही मोटरसाइकिल है, जो गाजीपुर से मिली सीसीटीवी तस्वीरों में दिखाई दी है।
भाषा धीरज दिलीप
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