सिलचर (असम): बहुत बारिश हो रही है और कुलीचेरा की ओर जाने वाला रास्ता, असम-मिजोरम ये दोनों राज्यों के बीच एक और प्रमुख फ्लैशपॉइंट, जहां असम पुलिस और मिजोरम पुलिस की सीमा और चौकियां स्थित हैं, जो कीचड़ से छुपी हुई है.
मुश्किल से 50 मीटर पर स्थित दोनों चौकियों को एक छोटे से नाले ने अलग किया है, और यह बिलकुल LOC जैसी है जहां ऑटोमैटिक हथियारों से लैस पुलिस वाले एक दूसरे पर बंदूक ताने एक दूसरे की आंखों से आंखें मिला रहे हैं.
दोनों पोस्ट को जोड़ने वाला एक सूखा बांस का पुल और यहां सभी पुलिस कर्मियों को आदेश दिया गया है कि वे किसी भी समय चौकियों को खाली न छोड़ें.
युद्ध के मैदान की तरह इस सीमा पर भी दोनों राज्यों के बीच करीब एक साल से तनाव बना हुआ है. यह असम-मिजोरम की सीमा पर कुलीचेरा में है जहां दोनों राज्य पांच किलोमीटर की जमीन पर अपना- अपना दावा करते रहे हैं.
यह सब कुछ पिछले साल नवंबर में शुरू हुआ था, ऐसा बताया गया है कि, जब मिजोरम के कुछ बदमाशों ने 2009 में असम में सरकार द्वारा बनाए गए एक प्राथमिक विद्यालय पर बमबारी की, और यह दावा किया कि यह उनकी जमीन पर बनाया गया था. फिर, 8 जुलाई को, असम ने अपने क्षेत्र में एक पक्की सड़क का निर्माण शुरू किया, जो स्कूल की ओर जाता है, असम इस क्षेत्र को अपना क्षेत्र होने का दावा करता है, जिस पर मिजोरम ने विरोध किया और स्कूल के आगे एक नई पोस्ट का निर्माण किया.
दरअसल, इलाके में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान इस सीमा पर दंगा भड़कने की आशंका जता रहे थे और 26 जुलाई को वारिंग्टे-लैलापुर सीमा पर हुई झड़प से ठीक एक हफ्ते पहले गृह मंत्रालय को अलर्ट कर दिया था.
दिप्रिंट के फोटो संपादक प्रवीण जैन आपके लिए एक और संवेदनशील असम-मिजोरम सीमा क्षेत्र की तस्वीरें लेकर आए हैं.