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Thursday, 28 March, 2024
होमदेशपुलिस को नहीं थी खुफिया जानकारी लेकिन तस्करों ने डर के मारे श्रद्धालुओं पर चढ़ाई गाड़ी

पुलिस को नहीं थी खुफिया जानकारी लेकिन तस्करों ने डर के मारे श्रद्धालुओं पर चढ़ाई गाड़ी

दुर्गा विसर्जन के लिए जा रही भीड़ की व्यवस्था में तैनात सुरक्षाबलों को गांजा तस्करों के आने की कोई खुफिया जानकारी नहीं थी लेकिन अभियुक्तों ने वहां पर मौजूद पुलिस दल को देखकर भाग निकलने की चाहत में गाड़ी भीड़ पर चढ़ा दी.

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छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में गांजा तस्करों ने शुक्रवार को दुर्गा विसर्जन के लिए जा रही भीड़ को पुलिस से बचने के लिए रौंदा जिसमें एक व्यक्ति कि मौत हो गई और 26 घायल हो गए. पुलिस अधिकारियों के अनुसार दुर्गा विसर्जन के लिए जा रही भीड़ की व्यवस्था में तैनात सुरक्षाबलों को गांजा तस्करों के आने की कोई खुफिया जानकारी नहीं थी लेकिन अभियुक्तों ने वहां पर मौजूद पुलिस दल को देखकर भाग निकलने की चाहत में गाड़ी भीड़ पर चढ़ा दी. तस्करों ने स्वयं को पुलिस से बचाने के लिए भय वश श्रद्धालुओं को रौंद डाला और एक ऐसे व्यक्ति की जान ले ली जो अपने परिवार के लिए भरण पोषण का एक मात्र सहारा था.

जशपुर एसपी विजय अग्रवाल ने दिप्रिंट को बताया कि पड़ोसी राज्य ओडिशा से लगने वाले छत्तीसगढ़ के दूसरे बॉर्डर क्षेत्रों के समान यह क्षेत्र भी वहां से आने वाले गांजा तस्करों के लिए एक ट्रांजिट जोन के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. गांजा यहां से सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं, उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित अन्य राज्यों को भी ले जाया जा रहा है. इसी कारणवश गांजा तस्कर अक्सर पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए सुरक्षबलों को देखकर गाड़ी की रफ्तार आंख मूंदकर बढ़ाकर भागने का प्रयास करते हैं. शुक्रवार को मध्यप्रदेश प्रदेश के सिंगरौली जिले के रहनेवाले गिरफ्तार अभियुक्त बबलू विश्वकर्मा (21 वर्ष) और 26 वर्षीय शिशुपाल साहू ने पुलिस को देखते ही अपनी कार की रफ्तार 100 से ज्यादा कर भीड़ को कुचलने का प्रयास किया जिसमें 21 वर्षीय गौरव अग्रवाल की मौत हो गई और 26 लोग घायल हो गए. घायलों में 4 की हालत गंभीर बनी हुई है. घटना पत्थलगांव थाने की है जिसके पास से ही दुर्गा विसर्जन का जुलूस निकल रहा था.

जशपुर एसपी कहते हैं, ‘यह बहुत ही दुखद हादसा था जिसमें एक 21 वर्षीय युवक की जान चली गई. हालांकि पुलिस को तस्करों के आने की जानकारी नहीं थी लेकिन पास स्थित पत्थलगांव थाना और दुर्गा विसर्जन के जुलूस के साथ चल रहे पुलिसकर्मियों को देख उन्होंने गाड़ी की रफ्तार करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा कर दी और भीड़ में घुस गए. अभियुक्तों को भीड़ के चुंगल से छुड़ाने के लिए पुलिस को काफी मेहनत करना पड़ी अन्यथा यह घटना और भी भयावह रूप ले सकती थी. भीड़ ने अभियुक्तों को उनकी गाड़ी पंचर होने के बाद घटना स्थल से 4-5 किलोमीटर दूर पकड़ा. एक ओर जहां आरोपियों की बेरहमी से पिटाई की गई वहीं दूसरी ओर लोगों ने गाड़ी को आग के हवाले कर दिया जिसमें करीब 10 किलो से ज्यादा गांजा के पैकेट्स थे.’

हालांकि कुछ स्थानीय पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस को गांजा तस्करों की जानकारी लग चुकी थी जिसके चलते सुरक्षाबलों ने गाड़ी को भीड़ से काफी पहले ही रोकने का प्रयास किया था लेकिन अभियुक्तों गाड़ी की रफ्तार बढ़ दी और वहां से भाग निकले. आगे चलकर आरोपियों पर ही हमला कर दिया.


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ओडिशा के सीमावर्ती जिले गया गांजा तस्करी के लिए प्रख्यात

अग्रवाल ने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ ओडिशा की सीमा से लगने वाले छत्तीसगढ़ के ऐसे कई क्षेत्र हैं जो अब गांजा तस्करी के लिए प्रख्यात हो चुके हैं. यह से बड़ी मात्रा में गंजा की तस्करी आए दिन होती है. बतौर एसपी अग्रवाल ‘ओडिशा से सटे जसपुर जिले के गुमला(झारखंड)-कटनी(मध्यप्रदेश) हाईवे के अलावा राजधानी रायपुर से लगने वाले महासमुंद और गरियाबंद तथा बस्तर क्षेत्र में कोंडागांव और जगदलपुर जिले ओडिशा से भारी मात्रा में गांजा तस्करी के लिए जाने जाते हैं.’

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राज्य के एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि ‘यही मुख्य ट्रांजिट पॉइंट्स हैं जहां से आए दिन गांजा और दूसरे मादक पदार्थों की ओडिशा से तस्करी हो रही है. इसमें कुछ पुलिसकर्मियों के मिले होने से भी इंकार नही किया जा सकता.’

पुलिस के अनुसार गांजा तस्करों में मध्य प्रदेश ही नही बल्कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली सहित अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं.

जशपुर पुलिस ने पकड़े 3000 किलो से अधिक गांजा

जशपुर एसपी द्वारा दि प्रिंट से साझा की जानकारी ले अनुसार जिले की पुलिस ने पिछले 10 सालों में करीब 32,00 किलोग्राम गांजा तस्करों से बरामद की है. इन दस सालों में तकरीबन 170 तस्करी के मामले दर्ज हुए और 250 तस्कर गिरफ्तार किए गए है. अग्रवाल के अनुसार ‘इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि इस क्षेत्र में गांजे की तस्करी किस स्तर पर हो रही है. गांजा तस्करी पर रोक लगाने के उद्देश्य से ही हमने ओडिशा बॉर्डर के पास हाल ही में दो और पुलिस पोस्ट बनाया है जिसका असर अब दिखने लगा है.’

बघेल सरकार ने 50 लाख मुआवजे की घोषणा कि भाजपा ने मांगा 1 करोड़

जसपुर हादसे में राजनीति गरमाते और विपक्ष के तीखे तेवर को देखते हुए भूपेश बघेल सरकार ने शनिवार को मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा कर दी लेकिन मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने एक करोड़ की मांग की है. शनिवार को भाजपा ने कहा कि सरकार को मृतक के परिवार को मुआवजा राशि 1 करोड़ करना चहिए. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मीडिया को बताया कि ‘मृतक अपने परिवार को चलाने का एकमात्र सहारा था. परिवार के लिए यह क्षति अपूर्णीय है लेकिन सरकार को मुआवजा राशि एक करोड़ करना चाहिए जिससे उनको कुछ राहत मिल सके.’

कौशिक ने आरोप लगाया कि जशपुर जिले में गांजा तस्करी का धंधा पुलिस के संरक्षण में चल रहा है. सरकार को जिले के एसपी को तुरंत हटाना चाहिए. कौशिक का आरोप है कि, ‘जिले की पुलिस को मादक पदार्थों के अवैध तस्करी और नशे के कारोबार की पूरी जानकारी थी लेकिन वह उसे पूरा संरक्षण दे रही थी. यहां तक शुक्रवार की घटना में गिरफ्तार अभ्युक्तों को पुलिस ने पहले भाग जाने का मौका दिया लेकिन जनता द्वारा पकड़े जाने पर कार्यवाई करनी पड़ी.’


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