नयी दिल्ली, छह जून (भाषा) दिल्ली पुलिस साकेत अदालत की हवालात में विचाराधीन कैदी की हत्या किए जाने के समय मौजूद रहे कई कैदियों से पूछताछ कर सकती है। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार हमले के समय हवालात में 30 से अधिक कैदी थे।
पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार को सुनवाई के लिए साकेत अदालत लाए गए विचाराधीन कैदी अमन (24) की हत्या हवालात के अंदर कथित तौर पर दो अन्य कैदियों, जितेंद्र उर्फ जित्ते और जयदेव उर्फ बच्चा ने पुरानी दुश्मनी के चलते कर दी।
हत्या के प्रयास के मामले में मुकदमे का सामना कर रहे अमन को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एक सूत्र ने बताया, “हमने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और घटना के सभी तथ्यों की पुष्टि भी कर रहे हैं। हमारी टीम मामले की उचित जांच करेंगी और हवालात के अंदर मौजूद अन्य कैदियों से भी पूछताछ कर सकती हैं।”
सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने इस घटना की जांच के लिए एक टीम गठित की है, जिसमें यह भी शामिल है कि हवालात के बाहर मौजूद सुरक्षाकर्मी प्रतिक्रिया देने में सुस्त क्यों रहे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे यह पता लगाने की प्रक्रिया में हैं कि जिस वैन से कैदियों को साकेत अदालत लाया गया था, उसमें कुल कितने कैदी थे और दो आरोपी अमन के बारे में क्या बातें कर रहे थे।
अधिकारी ने कहा, “दोनों आरोपियों से भी पूछताछ की जाएगी और हवालात के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह हमला अमन और जितेन्द्र के बीच पुराने विवाद के कारण हुआ।
पिछले वर्ष अमन ने कथित तौर पर जितेन्द्र और उसके भाई पर चाकू से हमला किया था, और उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने बताया कि यह दुश्मनी हिरासत के दौरान भी जारी रही तथा और अधिक बढ़ गई।
भाषा जोहेब दिलीप
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