ईटानगर, आठ मई (भाषा) अरुणाचल प्रदेश में पुलिस ने उग्रवादियों की भर्ती, हथियारों की तस्करी और सीमा पार आपराधिक गतिविधियों से जुड़े एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह गिरोह ‘नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल फॉर तानीलैंड’ (एनएससीटी) और इसकी सशस्त्र शाखा यूनाइटेड तानी आर्मी (यूटीए) से जुड़ा हुआ था।
‘तानीलैंड’ का मतलब मुख्य रूप से राज्य के पूर्वोत्तर क्षेत्र में और खासकर असम की सीमा पर रहने वाली जनजातियों के एक समूह तानी समुदाय के लोगों के लिए प्रस्तावित राज्य से है। कई समूहों ने ‘तानीलैंड’ के निर्माण की वकालत की है।
जनवरी में सोशल मीडिया पर एनएससीटी नेता एंथनी डोके द्वारा कथित तौर पर प्रसारित किए गए धमकी भरे वीडियो और पत्रों का पुलिस ने स्वतः संज्ञान लिया, जिसके बाद इसकी जांच शुरू की गई थी। डोके 20 मामलों में वांछित था।
राजधानी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) रोहित राजबीर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि इस संबंध में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
हाशिये पर पड़े समुदायों के युवाओं को यूटीए में भर्ती करने और शस्त्र अधिनियम के उल्लंघन जैसे अन्य अपराधों के लिए कई लोगों को गिरफ्तार किया गया।
एसपी ने कहा, ‘‘खुफिया जानकारी से पुष्टि हुई है कि इनमें से कुछ लोग पापुम पारे जिले के तरासो क्षेत्र से एक युवा को म्यांमा के एक आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर में ले जाने के प्रयास में शामिल थे।’’
उन्होंने कहा कि कम से कम तीन अन्य लड़कों को पहले ही यूटीए में जबरन भर्ती करने के लिए ईटानगर से बाहर ले जाया गया था। इनमें से दो लड़के वापस आ गए हैं, जिन्होंने प्रशिक्षण के दौरान शारीरिक और मानसिक यातना के बारे में बताया।
सिंह ने बताया कि 30 अप्रैल को पुलिस ने एनएससीएन-केवाईए से जुड़े एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जो उग्रवादी अभियानों के लिए ठेकेदारों से धन उगाही करने में संलिप्त था।
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार व्यक्ति ने ईटानगर स्थित एक हथियार तस्करी गिरोह के बारे में बताया, जिसका संबंध नागालैंड के उग्रवादी समूहों से है।
सिंह ने कहा, ‘‘अवैध हथियारों के वितरण और उन्हें छिपाने में शामिल गिरोह को निशाना बनाते हुए, बीएनएस की धाराओं, यूएपीए की धारा 13 और शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत इटानगर थाने में दूसरा मामला दर्ज किया गया।’’
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान अधिकारियों को इस गिरोह और राज्य की राजधानी ईटानगर के निकट गोहपुर-चिम्पू कॉरिडोर में मादक पदार्थ के सक्रिय गिरोह के बीच संबंध का भी पता लगा।
इसके कारण चिम्पू थाने में स्वापक औषधि और मन: प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत तीसरा मामला दर्ज किया गया और दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके पास से मादक पदार्थ जब्त किए गए।
भाषा यासिर माधव
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