चंडीगढ़: अभिनेता से सामाजिक कार्यकर्ता बने दीप सिद्धू द्वारा बनाए गए एक संगठन, ‘वारिस पंजाब दे’ (डब्ल्यूपीडी) के प्रमुख अमृतपाल सिंह के संबंध में हरियाणा पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर कट्टर अलगाववादी सिंह और उसके सहयोगी पपलप्रीत सिंह को कुरुक्षेत्र जिले में अपने घर में शरण दी थी.
पुलिस ने बताया कि महिला को शाहबाद इलाके से गिरफ्तार किया गया.
कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक सुरिंदर सिंह भोरिया ने कहा, ‘‘हमने रविवार को शाहबाद में अपने घर पर अमृतपाल और उसके सहयोगी पपलप्रीत सिंह को शरण देने वाली महिला बलजीत कौर को गिरफ्तार कर लिया है. महिला को पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया है.’’
पंजाब पुलिस ने पिछले शनिवार को अमृतपाल की अगुवाई वाले संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया था.
इस कार्रवाई के मद्देनज़र समूचे पंजाब में इंटरनेट सेवाएं पिछले सप्ताह से निलंबित हैं. अमृतपाल लगातार फरार है और हाल ही में पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा था. हालांकि, उसके ऊपर ‘भारत की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था को कायम रखने के प्रति प्रतिकूल’ गतिविधियों की वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (नेशनल सेक्यूरिटी एक्ट-एनएसए) लगाया गया है.
पिछले शनिवार को पुलिस ने कट्टरपंथी सिख तत्वों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू करने के बाद से सिंह से सीधे तौर पर या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े 154 लोगों को गिरफ्तार किया है.
अमृतपाल पर एक और FIR दर्ज
वहीं, अमृतपाल सिंह के खिलाफ ‘जबरन वसूली एवं दंगा’ करने के आरोप में एक और एफआईआर दर्ज की गई है.
जालंधर में एक गुरुद्वारे के ग्रंथी द्वारा की गई शिकायत के बाद यह एफआईआर दर्ज की गई है. जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल ने इसी गुरुद्वारे में अपने कपड़े बदले और फिर पुलिस से बचने के लिए मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गया.
पुलिस ने कहा कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने नांगल अंबियन गांव के एक गुरुद्वारा में लगभग 45 मिनट बिताए.
गुरुद्वारे के ग्रंथी रंजीत सिंह ने अपनी शिकायत में कहा कि ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल और उसके तीन सहयोगियों ने गुरुद्वारे में प्रवेश किया और अपनी वेशभूषा को बदलने के लिए हथियार का भय दिखाकर कपड़ों की मांग की.
ग्रंथी ने कहा कि अमृतपाल सिंह ने उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी जब उन्होंने कपड़े देने से इनकार कर दिया. रंजीत सिंह ने कहा कि उन लोगों के पास एक पिस्तौल और एक राइफल थी.
इससे पहले मंगलवार को इस संभावना को देखते हुए कि अमृतपाल सिंह देश छोड़कर भाग सकता है, केंद्र द्वारा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को एक संदेश प्रसारित करने के बाद नेपाल, पाकिस्तान सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
पंजाब पुलिस द्वारा खालिस्तान एक्टिविस्ट अमृतपाल सिंह की राज्यव्यापी तलाश अभियान के चौथे दिन अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार ने नफरत और हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है.
पुलिस का कहना है कि उसके पास इस बात के सबूत हैं कि अमृतपाल के पाकिस्तान की खुफ़िया एजेंसी आईएसआई से संबंध हैं और वह हवाला लेनदेन में भी शामिल है. उसके आदमियों और कारों से हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया गया है. पुलिस ने कहा कि खालिस्तान का समर्थन करने के अलावा अमृतपाल आनंदपुर खालसा फौज नाम से एक सशस्त्र इकाई भी खड़ी कर रहा था.
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