नई दिल्ली: महात्मा गांधी क परपोते और लेखक तुषार गांधी को पुलिस ने उनके घर से निकलते ही हिरासत में ले लिया था, जिसकी जानकारी खुद उन्होंने ट्वीट कर दी थी.
दरअसल, वे अपने घर से अगस्त क्रांति दिवस की बरसी मनाने के लिए जा रहे थे, तभी मुबई की सांता क्रूज़ पुलिस ने उन्हें डिटेन कर लिया. हालांकि, उन्होंने बताया कि पुलिस ने उन्हें मार्च में शामिल होने की अनुमति दे दी है.
उन्होंने लिखा, ‘‘अब जाने की इजाज़त दी जा रही है. अगस्त क्रांति मैदान की ओर प्रस्थान। इंकलाब जिंदाबाद!’’
गांधी ने पहले ट्वीट कर कहा था, ‘‘आज़ाद भारत के इतिहास में पहली बार सांता क्रूज़ पुलिस ने मुझे हिरासत में लिया है. मैं 9 अगस्त को भारत छोड़ो दिवस मनाने के लिए घर से निकला था. मुझे गर्व है कि मेरे परदादा बापू और बा को भी ऐतिहासिक तारीख पर ब्रिटिश पुलिस ने गिरफ्तार किया था.’’
हालांकि, पुलिस ने इस बारे में फिलहाल कोई बयान जारी नहीं किया है.
तुषार ने मंगलवार को ट्विटर पर शांति मार्च कार्यक्रम का एक पोस्टर भी शेयर किया था, जिसे गिरगांव चौपाटी से अगस्त क्रांति मैदान तक किया जाना था. इस कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी जी.जी पारीख, हाल ही में जेल से बाहर आईं मानवाधिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड भी शामिल होने वाले थे.
पोस्टर का स्लोगन था- ‘नफरतों भारत को छोड़ो, मोहब्बत से दिलों को जोड़ो’.
इसके अलावा सीतलवाड ने भी अपने घर के बाहर खड़े पुलिसवालों की तस्वीरें ट्वीट की थी. उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘‘महाराष्ट्र में पुलिस का हाल! जुहू में मेरे घर के बाहर 20 पुलिसवालों की एक टुकड़ी खड़ी है और मुझे शांति मार्च में हिस्सा लेने से रोक रही है.’’
गांधी ने कहा था, ‘‘अगस्त क्रांति मैदान तक हमारे शांति मार्च को कानून और व्यवस्था के लिए खतरे के रूप में देखा जा रहा है.’’
उन्होंने कहा था, ‘‘जैसे ही मुझे थाना छोड़ने की अनुमति मिलेगी मैं अगस्त क्रांति मैदान के लिए रवाना हो जाऊंगा. अगस्त क्रांति दिवस और उसके शहीदों का स्मरण अवश्य करेंगे.’’
अब उन्होंने कहा है कि पुलिस ने उन्हें जाने की अनुमति दे दी है और वे अगस्त क्रांति मैदान पहुंचने वाले हैं.
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