तिरुवनंतपुरम, चार जून (भाषा) केरल के सामान्य शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने बुधवार को कहा कि पॉक्सो (यौन शोषण से बच्चों का संरक्षण अधिनियम) मामले के किसी भी आरोपी को राज्य द्वारा संचालित विद्यालयों में किसी कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए।
मंत्री ने कहा कि हाल में यहां एक सरकारी स्कूल में आयोजित समारोह में पॉक्सो मामले के एक आरोपी द्वारा भाग लिए जाने की घटना संस्थान की विफलता है।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्कूल या उसके शिक्षक यह दावा नहीं कर सकते कि उन्हें पता नहीं था कि वह व्यक्ति कौन है। यह उनकी विफलता है।’’
मंत्री ने कहा कि संबंधित स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने सुबह उनसे मुलाकात की और उन्हें बताया कि आरोपी को संस्थान को नोटबुक, पाठ्य पुस्तकें और अन्य अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने वाले एक स्वयंसेवी संगठन ने आमंत्रित किया था।
प्रधानाध्यापिका ने उन्हें यह भी बताया कि संगठन ने स्वीकार किया है कि यह उसकी ओर से अनजाने में हुई गलती थी।
शिवनकुट्टी ने कहा, ‘‘मैंने यह स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे व्यक्ति को स्कूल के कार्यक्रम में आमंत्रित करना सही नहीं है। ऐसे व्यक्तियों को स्कूल से संबंधित किसी भी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाना चाहिए।’’
केरल के सामान्य शिक्षा विभाग ने मंगलवार को उस घटना की जांच का आदेश दिया, जिसमें पॉक्सो अधिनियम के तहत दर्ज एक मामले के आरोपी ने यहां एक सरकारी स्कूल में आयोजित समारोह में कथित तौर पर भाग लिया था।
मीडिया की खबरों के मुताबिक, आरोपी एक ‘व्लॉगर’ भी है और उसने सोमवार को राज्य की राजधानी में स्कूल के पुन: खुलने पर ‘‘प्रवेशोत्सवम’’ में एक अतिथि के रूप में भाग लिया था।
भाषा
सिम्मी देवेंद्र
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