नई दिल्लीः जेट एयरवेज का संकट बढ़ता ही जा रहा है. आर्थिक संकट झेल रहे जेट एयरवेज के हालात पर बातचीत करने के लिए शुक्रवार को पीएमओ के अधिकारियों ने तत्काल बैठक बुलाई है. वहीं इससे पहले कर्ज में डूबी जेट एयरवेज ने अपने बेड़े में विमानों की संख्या कम होने के बीच शुक्रवार को सप्ताहांत तक के लिए अपनी सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दीं हैं. विमान की हिस्सेदारी बेचने की कवायद की समयसीमा भी शुक्रवार को खत्म हो गई है.
नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु के दिन में किए गए ट्वीट के बाद यह कदम उठाया गया है, जिसमें उन्होंने सिविल एविएशन के सचिव को जेट एयरवेज से जुड़े मुद्दे की समीक्षा करने और यात्रियों की परेशानी कम करने के लिए कदम उठाने को कहा था.
सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को सिविल एविएशन के डायरेक्टर जनरल (डीजीसीए) और सिविएशन के सचिव ने 6 बजे संकटग्रस्त एयरवेज को लेकर अर्जेंट एक बैठक बुलाई है. पीएम मोदी के प्रमुख सचिव इसकी अध्यक्षता करेंगे और इस समस्या का हल निकालने पर बातचीत करेंगे.
Ground staff of Jet Airways demonstrate at Mumbai Airport. They say, "We are not holding a protest, we just want to know about our salaries. We have not received our salary. We're facing a lot of problem in our day to day life. We want clarity as to what is happening in the mgmt" pic.twitter.com/v7QHXSP1Or
— ANI (@ANI) April 12, 2019
वहीं इससे पहले शुक्रवार को कंपनी के कर्मियों ने मुंबई एयरपोर्ट पर जुलूस निकाला और अपनी सैलरी की मांग की. कंपनी के स्टाफ का कहना है, ‘हम विरोध नहीं कर रहे हैं, हम केवल अपनी सैलरी के बारे में जानना चाहते हैं. हमें कोई सैलरी नहीं दी गई है. हम हर दिन ढेर सारी समस्याओं का सामना कर रहे हैं. हमें स्पष्ट बताया जाय क्या होने वाला है.
सुरेश प्रभु ने जेट मुद्दे की समीक्षा का निर्देश दिया था
नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने शुक्रवार को सुबह नागर विमानन सचिव को जेट एयरवेज से संबंधित मुद्दों की समीक्षा करने और यात्रियों को हो रही असुविधा कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया था. उन्होंने यह निर्देश कर्ज में डूबी एयरलाइंस द्वारा गुरुवार को एक रात के लिए अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें रद्द करने के बाद सामने आया था.
प्रभु ने ट्वीट में लिखा है, ‘नागर विमानन सचिव को जेट एयरवेज से जुड़े मुद्दों की समीक्षा करने के लिए निर्देश दिए हैं. उनसे यात्रियों को हो रही असुविधा को कम करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा है.’
गौरतलब है कि एयरलाइंस के 120 विमानों के बेड़े में से अब परिचालन के लिए मात्र 14 विमान ही रह गए हैं, जिसके मद्देनजर एयरलाइन ने कई उड़ानें रद्द करने का फैसला किया.