नई दिल्ली: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार देशवासियों से कहा है कि पानी बचाएं, प्रदूषण न फैलाएं और प्लास्टिक से बढ़ रहे प्रदूषण पर भी लोगों का ध्यान आकर्षित करते हुए प्लास्टिक को ‘न’ कहने का आग्रह किया है.
वहीं लालकिले से अपने भाषण में पीएम मोदी अपने भाषण में पानी बचाने को लेकर अभियान शुरु करने की बात कही. उन्होंने कहा, ’70 वर्षों के बाद भी हमारे देश में पीने का पानी नहीं है. पानी के लिए लोगों को बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. यहां तक की हमारी माताओं और बहनों को पानी लाने के लिए दो से पांच किलोमीटर पानी लाने जाना होता है. लोगों के जीवन का आधा हिस्सा पानी लाने में ही खप रहा है. इसलिए हमारी सरकार ने पानी को लेकर काम करने को लेकर निर्णय लिया है. हमारी सरकार ने सभी को हर जल देने का लक्षय लेकर चल रही है.’
पीएम मोदी ने ‘जल जीवन मिशन का एलान करते हुए कहा कि लोगों को पानी उपलब्ध हो इसलिए केंद्र और राज्य सरकारें मिल काम करेंगे. सरकार साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए से ज्यादा जल जीवन मिशन पर खर्च किया जाएगा. जल संशय, जल संरक्षण और वर्षों के जल को कैसे रोका जाए इस दिशा में सरकार के साथ आम लोग भी काम करें.’
हम आने वाले दिनों में 'जल जीवन मिशन' को आगे लेकर बढ़ेंगे, इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम करेंगे, और आने वाले वर्षों में 3.5 लाख करोड़ रु. से भी ज्यादा रकम इस मिशन के लिए खर्च करने का हमने संकल्प किया है: प्रधानमंत्री @narendramodi #स्वतंत्रतादिवस pic.twitter.com/Zfvbcjz4WJ
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) August 15, 2019
पीएम मोदी ने कहा, ‘कम पानी का इस्तेमाल करना, समुद्र पानी का उपयोग करना, वेस्ट वाटर का प्रयोग करना और कम पानी में खेती करने के बारे में लोगों को जागरुकता फैलाई जाएगी.जिस तरह से देख में स्वच्छता को लेकर एक अभियान की शुरुआत हुई थी. जिसमें बच्चों से लेकर बड़ों तक सबने भाग लिया था.उसी तर्ज पर पानी बचाने के लिए अभियान शुरु हो. पानी के लिए लोग संवेदनशील बने. इसके साथ ही बच्चों को स्कूलों में ही पानी की जरुरत और उसे कैसे बचाए इसके बारे में बताया जाए.’
उन्होंने कहा कि हमे इन पांच सालों में पानी को लेकर 4 गुना से ज्यादा काम करना होगा. अब हम ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते है.अपने भाषण में देश के महान संतों की बातों का जिक्र करते हुए कहा कि जब पानी समाप्त हो जाता है तो प्रकृति का काम थम जाता है. इसी तरह उन्होंने कहा कि सौ साल पहले एक संत ने कहा था कि एक दिन ऐसा आएगा कि लोग पीने का पानी किराने की दुकान से खरीदेंगे. यह बात सच साबित हुई आज हम पानी खरीद कर पी रहे है.
पीएम मोदी ने कहा कि इस आंदोलन को सरकारी नहीं बनाना चाहिए. यह एक जन आंदोलन होना चाहिए. जिसमे सभी लोग भागीदार हों.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के 10 हफ्ते बीत गए हैं और उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धी गिनाते हुए अपने भाषण की शुरुआत की. आर्टिकल 370 हटाना, तीन तलाक को गैर कानूनी करना, आतंकवाद रोधी कानून को मज़बूत बनाना जैसी उपलब्धियां गिनाई.
यही नहीं प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में आने वाले समय में देश मुश्किल कामों को करने के लिए तैयार रहने की बात कही है. उन्होंने कहा कि अगर हम मुश्किल काम नहीं करेंगे तो आगे कैसे बढ़ेंगे. उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन ले जाने की बात करने के साथ साथ आतंकवाद के खात्मे से लेकर पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कह दी है. किसान को अन्नदाता कहते हुए उर्जादाता बनाने की बात कह यह बता दिया है कि आने वाले पांच साल पीएम मोदी का देश के विकास के लिए रोड मैप क्या होने जा रहा है. पीएम ने आज अपने महत्वपूर्ण भाषा में ऐलान कर दिया है कि आने वाला समय देश की सेना के नाम होने जा रहा है. अब हमारी तीनों सेना के कॉर्डिनेशन को और मजबूत किया जाएगा. पीएम ने देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आने वाला साल सपनों को साकार करने वाला और स्नेह की सरिता को भरने वाला हो.