नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के साथ शुक्रवार को लेह पहुंचे हैं. प्रधानमंत्री मोदी के इस औचक दौरे को सेना से जुड़े लोगों का मानना है कि वह बॉर्डर पर तैनात जवानों का हौंसला बढ़ाने पहुंचे हैं. पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना और चीनी बलों के बीच हिंसक झड़प के बाद पीएम का यह दौरा चौंकाने वाला है.
सूत्रों ने बताया कि मोदी सुबह करीब साढ़े नौ बजे लेह पहुंचे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लद्दाख के निमू स्थित फॉरवड पोजिशन पर उपस्थित हैं। इस दौरान उनके साथ CDS जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी उपस्थित हैं। pic.twitter.com/izUcowXjdh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 3, 2020
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री इस समय निमू में एक अग्रिम स्थल पर हैं और थलसेना, वायुसेना एवं आईटीबीपी के जवानों से बात की है . साथ ही उन्होंने लद्दाख के निमू स्थित फॉरवड पोजिशन पर उपस्थित सेना के जवानों से भी मुलाकात की है.
सिंधु नदी के तट पर 11,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित निमू सबसे दुर्गम स्थानों में से एक है. यह जंस्कार पर्वत श्रृंखला से घिरा हुआ है.
बता दें कि इससे पहले सेना प्रमुख ने 23 और 24 जून को लद्दाख का दौरा किया था. जनरल नरवणे ने जवानों को सम्मानित करते हुए उनका हौसला भी बढ़ाया था. इसके बाद उन्होंने दिल्ली आकर रक्षा मंत्री को हालात की जानकारी दी थी. इसके बाद शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी लद्दाख जाने वाले थे. इसी बीत चीन और भारतीय सेना के बीच बॉर्डर पर तनातनी को कम करने को लेकर लगातार बातचीत जारी है.
15 और 16 जून को गलवान घाटी में चीनी सेना भारतीय सेना के बीच हिंसक झड़प में 20 जवान उस समय घायल हो गए थे जब चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस पैठ करने की कोशिश कर रहे थे.