नई दिल्ली: नागरिकता कानून को लेकर देशभर में चल रहे विरोध-प्रदर्शन को प्रधानमंत्री मोदी ने इसे निहित स्वार्थ वालों की करतूत बताया है. उन्होंने ट्वीट कर विरोध को दुखद एवं निराशाजनक बताते हुए लिखा है कि इससे किसी भी धर्म का नागरिक प्रभावित नहीं होगा और किसी को गड़बड़ी ने करने इजाजत नहीं दी जाएगी.
I want to unequivocally assure my fellow Indians that CAA does not affect any citizen of India of any religion. No Indian has anything to worry regarding this Act. This Act is only for those who have faced years of persecution outside and have no other place to go except India.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 16, 2019
पीएम ने ट्वीट में लिखा है कि ‘संशोधित नागरिकता कानून पर हिंसक प्रदर्शन दुखद एवं बेहद निराशाजनक हैं.’
उन्होंने लिखा है, ‘संशोधित नागरिकता कानून स्वीकार्यता, सौहार्द, करुणा एवं भाईचारे की भारत की सदियों पुरानी संस्कृति की व्याख्या करता है.’
उन्होंने देशभर में चल रहे प्रदर्शन और विपक्षी दलों की इस पर राजनीति की ओर इशारा करते लिखा है कि ‘हम निहित स्वार्थ वाले समूहों को हमें बांटने और गड़बड़ी पैदा करने की इजाजत नहीं दे सकते.’ उन्होंने कहा है कि नये नागरिकता कानून को लेकर किसी भी भारतीय को चिंतित होने की जरूरत नहीं
पीएम ने इस कानून को लेकर उठ रही चिंताओं पर कहा है कि मैं अपने भारतीय भाई-बंधुओं को स्पष्ट रूप से आश्वस्त करना चाहता हूं कि संशोधित नागरिकता कानून से भारत के किसी भी धर्म का नागरिक प्रभावित नहीं होगा.
उन्होंने सभी से अफवाह और झूठ से दूर रहने की अपील की है. यह कानून दोनों सदनों से भारी समर्थन से पास किया गया है.
जामिया और जेएनयू से शुरू हुआ छात्रों का विरोध, देश के कई विश्वविद्यालयों में पहुंचा
वहीं नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 के खिलाफ देशभर में विरोध हो रहा है. केंद्रीय विश्वविद्यालयों समेत देश के कई शिक्षण संस्थान इस कानून के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं. रविवार को देश की राजधानी स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय जामिया मिल्लिया में हुई पुलिसिया कार्रवाई के बाद देशभर के कई विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं सड़कों पर उतर आए हैं.
रविवार शाम को दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में पुलिस और छात्रों के बीच हुई झड़प में कई लोग घायल हो गए. जामिया विश्वविद्यालय से सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस छात्रों पर लाठियां बरसा रही है. छात्रों का कहना है कि पुलिस ने उनके साथ बर्बरतापूर्ण सुलूक किया है.