नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर रूस में हैं. इस दौरान साझा प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री ने रुस और भारत के संबंधों के बारे में जानकारी दी और दोनों देशों के बीच के रिश्ते को काफी मज़बूत बताया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच रिश्ते सिर्फ राजधानी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इस रिश्ते के मूल में दोनों देशों की जनता की बेहतरी शामिल है. मोदी ने कहा कि चैन्नई और व्लादिवोस्तोक के बीच मेरीटाइम रूट बनाया जाएगा.’
मोदी ने कहा, ‘मैं अपने को सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि मैं पहला भारतीय प्रधानमंत्री हूं, जो व्लादिवोस्तोक आया है. मैं पुतिन का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे यहां बुलाया. जब 2001 में ऐसा समिट पहली बार हुआ था. तो मेरे मित्र पुतिन उस समय भी यहां के राष्ट्रपति थे और मैं उस समय के अपने पीएम श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ, गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में यहां आए डेलिगेशन में शामिल था.’
#WATCH live from Vladivostok, Russia: PM Narendra Modi addresses, as the Russian President and he release a joint press statement. https://t.co/FdFuoTs9aT
— ANI (@ANI) September 4, 2019
मोदी ने कहा, ‘भारत में रूस के सहयोग से बन रहे न्यूक्लियर प्लांट के बढ़ते लोकलाइजेशन से इस क्षेत्र में भी हमारे बीच सही मायनों में भागेदारी विकसित हो रही है.’ मोदी ने कहा, ‘भारत और रूस मल्टिपोलर विश्व की महत्ता की जरूरत को समझता है. हम लेग विश्व के कई बड़े फोरम ब्रिक्स और एससीओ में एक साथ काम भी कर रहे हैं.’
मोदी ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच दर्जन भर से ज्यादा बिजनेस डील साइन हुए हैं. दोनों देश मुश्किल समय में एक दूसरे का साथ देते हैं.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर बात की है. दोनों ही देश किसी भी देश के आंतरिक मामले में दखल देने के खिलाफ हैं. मोदी ने कहा अगले साल भारत और रूस टाइगर कंजर्वेशन के लिए मिलकर बैठक करेंगे.’
मोदी ने कहा, ‘रक्षा जैसे क्षेत्र में रूसी उपकरणों के स्पेयर पार्ट्स दोनों देशों के ज्वाइंट वेंचर द्वारा बनाने पर आज हुआ समझौता इंडस्ट्री को बढ़ावा देगा. हमने सहयोग को सरकारी दायरे से बाहर लाकर उसमें लोगों की और प्राइवेट इंडस्ट्री की असीम ऊर्जा को जोड़ा है. आज हमारे सामने दर्जनों एग्रीमेंट हुए हैं.’
मोदी ने कहा, ‘भारत एक ऐसा अफगानिस्तान देखना चाहता है जो स्वतंत्र, सुरक्षित, अखंड, शांत और लोकतांत्रिक हो.’ राष्ट्रपति पुतिन और मैं दोनों देशों के इस रिश्ते को विश्वास और भागीदारी से एक नई ऊंचाई पर ले गए हैं. इसकी उपलब्धियां से कई बदलाव हुए हैं.’